जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, कॉमरेड अमराराम और परिजन एवं छात्र नेताओ की उपस्थिति में हुई वार्ता
परिजन एवं छात्र नेता शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए हुए राजी
झुंझुनू, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश झाझडिया के हत्याकांड को लेकर चल रहा गतिरोध आज जिला पुलिस अधीक्षक के साथ वार्ता होने पर समाप्त हो गया। आज सुबह से ही बीडीके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर छात्र बड़ी संख्या में एकत्रित होकर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। वहीं जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जाते तब तक पोस्टमार्टम नहीं करवाने की बात पर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाईश की जाती रही। लेकिन छात्र नेताओं एवं परिजनों की मांग रही कि मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक को बुलाया जाए। इसके साथ ही कॉमरेड अमराराम भी पहुंच गए और उन्होंने अस्पताल में ही जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से बैठकर सबके सामने बातचीत की। कॉमरेड अमराराम ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ने हमें संतुष्ट किया है कि जितने भी आरोपी हैं इस मामले से चाहे वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं उन सब के खिलाफ कार्रवाई होगी। साथ ही जिन पुलिस अधिकारियों की इस मामले में संलिप्तता पाई जाएगी उनके खिलाफ भी जांच होगी। सहमति बनने के बाद परिजन एवं छात्र नेता शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हो गए। वही वार्ता के दौरान देखा गया कि स्थानीय कोतवाली पुलिस थाने की कार्यशैली को लेकर लोगों में आक्रोश देखा गया। साथ ही पुलिस थाने के कोतवाल पर भी लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक के सामने गंभीर आरोप लगाए। जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कोतवाली पुलिस थाने की पूरी जांच करवाई जाएगी किसी को बख्शा नहीं जाएगा। वार्ता के दौरान देखा गया कि कॉमरेड अमराराम के साथ छात्र नेता भी जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के प्रति पूरा विश्वास जता रहे थे लेकिन स्थानीय कोतवाली थाने के प्रति उन्हें गहरा आक्रोश देखा गया। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने छात्रों और परिजनों की जो भी मांगे थे उनको लेकर धरना स्थल पर ही बिंदुवार रूप से उनको संतुष्ट किया गया। साथ ही जिस स्थान को लेकर अवांछित गतिविधियां संचालित होने के आरोप लग रहे थे वहां पर भी प्रभावी कार्यवाही करने का आश्वासन जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा दिया गया।