श्री विश्वकर्मा चेतना मंच की ओर से जांगिड़ सुथार समाज के आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक उत्थान तथा सरकार व सरकारी सेवाओं में जांगिड़ सुथार समाज की भी भागीदारी सुनिश्चित किए जाने से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को प्रेषित किया गया है। मंच के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल जांगिड़ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जांगिड़ सुथार समाज के राजस्थान में भारी तादात में मतदाता मौजूद हैं तथा समाज की ओर से कराये गए सर्वे के हिसाब से प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 7 हजार से 30 हजार तक मतदाता जांगिड़-सुथार समाज के हैं, जो किसी भी उम्मीदवार को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह समाज मूलत: भाजपा का परम्परागत मतदाता रहा है। परन्तु दु:ख की बात यह है कि समाज सरकार में अभी तक कोई महत्वपूर्ण भागीदारी नहीं मिलने की वजह से निराश ही हुआ है। उन्होंने बताया कि ज्ञापन में जांगिड़ सुथार समाज को कुल आरक्षण कोटे में से 3 प्रतिशत अलग से आरक्षण दिये जाने, शिल्प व दस्तकला में निपुण इस समाज को सरकारी सहायता एवं उचित मार्गदर्शन प्रदान किये जाने के लिए प्रदेश में शिल्पकार व दस्तकार बोर्ड की स्थापना, राजस्थान विधानसभा चुनाव में जांगिड़ सुथार समाज के कम से कम चार उम्मीदवारों को पार्टी की टिकट दिए जाने तथा लोकसभा चुनाव में भी पार्टी का कम से कम एक उम्मीदवार जांगिड़ सुथार समाज से सुनिश्चित किए जाने, जांगिड़ सुथार समाज के कुछ परिवारों की आजीविका के एकमात्र स्त्रोत आरा मशीन को चालू कराये जाने, औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योग धन्धों हेतु कम से कम 20 प्रतिशत प्लाट जांगिड़ समाज को दिए जाने तथा जांगिड़ सुथार समाज को लघु उद्योग धन्धे विकसित करने के लिए बिना ब्याज ऋण उपलब्ध करवाने की माँगें शामिल की गई है। गौरतलब है कि श्री विश्वकर्मा चेतना मंच के बैनर तले जांगिड़ सुथार समाज वर्ष 2003 में जिला स्तर पर सीकर के रामलीला मैदान में तथा वर्ष 2008 में जयपुर के भवानी निकेतन मैदान में महासम्मेलन भी आयोजित कर चुका है, जिनमें इस समाज एक लाख से ज्यादा लोगों ने भाग लिया था।