पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंजा
खण्डेला, [आशीष टेलर ] कोटड़ी लुहारवास के कुटिया आश्रम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाओं द्वारा अपने घरों से लाये गए भोग से भगवान को भोग लगाया गया। इस अवसर पर वृन्दावन से पधारे कथवाचक कृष्णकांत मधुकर महाराज ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के दौरान रामेश्वर लाल सुतलिया, श्यामलाल मिठारवाल, रामसिंह जांगिड़, ताराचंद सुतलिया सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे ।