झुंझुनू की मिष्का चौधरी का एशियन किड्स स्पोर्ट्स क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन
विदेशी प्रतिभागियों के बीच हासिल की मिष्का चौधरी ने पांचवी रैंक
झुंझुनू, अभी तक झुंझुनू जिले की पहचान सेना में जा रहे यहां के युवको को लेकर थी लेकिन बेटियों की भी अब शेखावाटी क्षेत्र से सेना में जाने की बात आम हो चली है ;वही शिक्षा के क्षेत्र के साथ अब यहां की बेटियां खेलो में भी अपनी सफलता के झंडे गाड रही हैं। यही नहीं अब तक जो परंपरागत ऐसे खेल जिन्हें बेटियों के लिए खेलना दुष्कर माना जा रहा था जैसे एवरेस्ट जैसी ऊंची चोटी पर भी यहां की बेटियां झंडा लहरा के आ चुकी हैं। वही क्लाइंबिंग चैंपियनशिप से यहां के लोग अवगत भी नहीं थे। कम उम्र की झुंझुनू की एक बेटी ने क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप के एशियन गेम में पांचवी रैंक हासिल करके हदों को भी शेखावाटी की बेटियों के हौसले का एहसास करवा दिया है। झुंझुनू के खालासी गांव कि बेटी मिष्का चौधरी ने जमशेदपुर में आयोजित एशियन किड्स स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग चैंपियनशिप 2022 में पांचवी रैंक प्राप्त की है । इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (IMF) और टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (TSAF) के सहयोग से इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट क्लाइम्बिंग (IFSC) एशिया द्वारा एशियन किड्स स्पोर्ट क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप 2022 का आयोजन जमशेदपुर स्थित जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 8 से 11 दिसंबर तक किया गया जिसमें 10 एशियाई देशों अर्थात दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, हांगकांग, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, फिलीपींस, सिंगापुर, मलेशिया, चीन और भारत के एथलीट ने भाग लिया । मिष्का चौधरी के नानाजी इंजीनियर फूलचंद चाहर ने बताया कि मिष्का चौधरी वर्तमान में बेंगलुरु में कक्षा आठवीं की छात्रा है । पिता प्रदीप कुमार बेंगलुरु में आईआईटी इंजीनियर तथा मां अर्चना चौधरी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं । बेटी मिष्का चौधरी के कम उम्र में ही अंतरास्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन से उनके गांव खालासी तथा ननिहाल आबूसर में खुशी का माहौल है ।