इक्कीस फरवरी को करेंगे विधानसभा का घेराव
झुंझुनू, दस माह से लम्बित प्रधानाचार्य डीपीसी को लेकर पिछले एक माह से निदेशालय के आगे शांतिपूर्ण धरना दे रहे शिक्षाधिकारियों ने डीपीसी में हो रही अप्रत्याशित देरी को लेकर अब बीकानेर से जयपुर पैदल कूच करने का निर्णय ले लिया हैं । रेसा के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश तेतरवाल व जिलाध्यक्ष नवीन गढ़वाल ने बताया की प्रधानाचार्य डीपीसी पिछले दस माह से लम्बित हैं , इस हेतु परिषद द्वारा बारह जनवरी से निदेशालय के आगे शांतिपूर्ण धरना दिया जा रहा हैं जिसे आज तीस दिन हो गये हैं ।
उपप्रधानाचार्य का पद नवसृजित होने से अनुभव छूट हेतु पत्रावली निदेशालय द्वारा शासन को बीस जनवरी को ही भिजवाई जा चुकी हैं । शासन द्वारा उपप्रधानाचार्य पद की अधिसूचना में ही शिथिलन का प्रावधान किया हुआ हैं फिर भी पत्रावली का इतने समय तक शासन स्तर पर लम्बित होना खेदजनक हैं,जबकि माननीय मुख्यमंत्री जी ने वर्ष दो हजार बाईस तेईस के बजट में एक वर्ष के अनुभव शिथीलन की घोषणा की हुई हैं ।।
तेतरवाल ने बताया की उपर्युक्त अनुभव छूट पत्रावली को तत्काल अनुमति देकर 22-23 की प्रधानाचार्या डीपीसी शीघ्र नहीं की गयी तो परिषद द्वारा गाँधीवादी तरीके से आन्दोलन को तेज करते हुए निदेशालय बीकानेर से विधानसभा जयपुर तक प्रधानाचार्य पदोन्नति पदयात्रा दिनांक चौदह फरवरी से प्रारंभ की जाएंगी एवं दिनांक इक्कीस फरवरी को राजस्थान के समस्त शिक्षाधिकारियों द्वारा विधानसभा का घेराव किया जायेगा। झुन्झुनू जिले से सैकड़ों महिला व पुरुष शिक्षाधिकारी यात्रा में भाग लेंगे।