खेतड़ी नगर[हर्ष स्वामी ] केसीसी प्रोजेक्ट के अधीन कार्य करने वाली निजी एसएमएस कंपनी के सैंकड़ों ठेका कर्मी अपनी मांगों को लेकर केसीसी प्रोजेक्ट व कोलिहान खदान के मुख्य गेट पर बुधवार सुबह आठ बजे कंपनी के खिलाफ नारेबाजीकरते हुए धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। ठेकाकर्मियों की हड़ताल के चलते केसीसी प्रोजेक्ट व कोलिहान खदान में उत्पादन कार्य ठप हो गया। धरना प्रदर्शन की सूचना पर थानाधिकारी किरणसिंह यादव मौके पर पुहंच कर ठेकाकर्मियों को समझाने का प्रयास किया साथ ही उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी काम करने जाता है उसे न रोके और कोई भी उपद्रव न करने के निर्देश दिए। केसीसी प्रोजेक्ट के मुख्य गेट पर रामकिशन, राकेश, लालाराम भगत, ओमप्रकाश व कोलिहान गेट पर राजेश सैनी व रोहताश के नेतृत्व में ठेकाकर्मी धरना दे रहे है। लालाराम भगत, हंशराज, रामकिशन राजेश सैनी ने बताया कि एसएमएस कंपनी कर्मचारियों को अल्प वेतन दे रही है, जबकी एसएमएस कंपनी को पूर्व में टीसीएलए एमएमपीएल कंपनी द्वारा दिए जाने वाले वेतन का 20 प्रतिशत बढ़ा कर देना चाहिए जबकी कंपनी उससे 40 प्रतिशत कम वेतन दे रही है। ठेकाकर्मियों को कंपनीअंडर ग्राउंड अलाउंस भी नहीं दे रही, मेडिकल व सीएल छुट्टी, सप्ताह में एक अवकाश वह भी बंद कर दी। समय पर वेतन भी नहीं दिया जा रहा। जबकी पहले यह सारी सुविधाएं टीसीएल एमएमपीएल कंपनी दे रही थी। शिकायत करने पर कर्मचारियों को हटाने की धमकी भी दी जा रही है। मांगों को लेकर कोलिहान व केसीसी केठेका कंपनी एसएमएस के करीब सात सौ कर्मचारीअनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। राजेश सैनी ने बताया कि इस संबंध में छह जुन को एसएमएस के एचआर मैनेजर धीरज को भी ज्ञापन दिया था जिसमें सभी मांगों का जिक्र भी किया गया था। लेकिन मांगों पर कोई गौर नही किया गया जिसके चलते यह कदम उठाया गया है। ठेकाकर्मियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग नही मानी जाएंगी यह प्रदर्शन जारी रहेगा। इस संबंध में कंपनी के सिनीयर जीएम आरएन यादव ने कहा कि सभी कर्मचारियों को नियमानुसार वेतन दिया जा रहा है, साथ ही छह माह में वेतन बढ़ोतरी की जा रही है जो नियमानुसार होनी चाहिए। कर्मचारियों की क्या मांग है इस संबंध में अभी तक कोई मांग मेरे पास नही आई। ठेकाकर्मियों के हडताल पर जाने से केसीसी खदान में उत्पादन कार्य ठप रहा है जिससे प्रोजेक्ट को काफी नुकसान होने की संभावनाएं है। धरने में शेरसिंह, रोहताश, चेतराम, बबलू, विनोद, हरिसिंह, अनिल गुर्जर, हरिराम, रोहताश सैनी, अमरचंद, प्रहलाद, ओमप्रकाश, सुरेंद्र, विनोद कलावर, देशराज, किशोरी लाल, रिशाल सहित सैंकड़ों ठेकाकर्मी शामिल थे।