झुंझुनू, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन विभाग झुन्झुनू जिले का पहला रेस्क्यू व्हीकल मिल गया है। शुक्रवार को झुंझुनू स्थित बीड़ कंजर्वेशन रिजर्व में आयोजित कार्यक्रम में उप वन संरक्षक राजेन्द्र हुड्डा को डॉ मधुसूदन मालानी ने रेस्क्यू व्हीकल की चाबी सौंपी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मधुसूदन मालानी ने बताया कि जिले में वन्यजीवों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसके चलते वन्यजीवों के घायल होने एवं आबादी क्षेत्र में घुसने की भी कई घटनाएं हो चुकी हैं जिस पर वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें रेस्क्यू व्हीकल उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया था इस पर वन विभाग को यह रेस्क्यू व्हीकल उपलब्ध करवाया गया है। गौरतलब है कि अभी तक जिले में पैंथर सहित अन्य वन्यजीवों के रेस्क्यू के लिए रेस्क्यू व्हीकल को जयपुर से मंगवाना पड़ता था जिसके कारण रेस्क्यू में काफी देर हो जाती थी और कई बार इस देरी के चलते वन्यजीवों की मौत भी हो जाती थी। रेस्क्यू व्हीकल के अब झुन्झुनू जिला मुख्यालय पर ही उपलब्ध होने से पैंथर सहित अन्य वन्यजीवों को रेस्क्यू करने से वन्यजीवों के इलाज में काफी सहायता मिलेगी और बीमार वन्यजीवों का समय पर इलाज हो सकेगा। उप वन संरक्षक डॉ. राजेंद्र हुड्डा ने आभार जताते हुए कहा कि जिले में अब रेस्क्यू व्हीकल उपलब्ध हो जाने के बाद घायल वन्यजीवों को तुरंत मेडिकल सहायता उपलब्ध हो सकेगी जिससे उनकी जान बचाई जा सकेगी ।
आबादी क्षेत्र में घुसे पैंथर को रेस्क्यू करने के लिए अब तक बाहर से बुलानी पड़ती थी टीम ः
वन विभाग में कार्यरत पशु चिकित्सक डॉ. मुकेश काजला ने बताया कि जिले में आबादी क्षेत्र में पैंथर के घुसने की अब तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। वही पैंथर के आबादी क्षेत्र में आ जाने के बाद जयपुर से रेस्क्यू व्हीकल को मंगाना पड़ता था। जिससे काफी देर हो जाती थी। डॉक्टर मधुसूदन मालानी द्वारा जिले में पहला रेस्क्यू व्हीकल भेंट किए जाने के बाद अब पैंथर का रेस्क्यू भी तुरंत हो सकेगा। जिससे आम लोगों को भी काफी राहत मिलेगी। इस मौके पर वन विभाग से सेवानिवृत्त हुए 5 कर्मचारियों का किया सम्मान भी किया गया।