सरदारशहर, [जगदीश लाटा ] सरदारशहर विधायक पंडित अनिल भंवरलाल शर्मा और सभापति राजकरण चौधरी के मध्य करीब छह माह से चल रही कथित खींचतान से विकास कार्यों के क्रियान्वयन में हो रही देरी के कारण प्रभावित जनता का सब्र अब टूटने लगा है। लोग दोनों जन प्रतिनिधियों के कथित आपसी जिद्द को लेकर दोनों को खूब कोस रहे हैं। अपने विरोध की आवाज लोगों के द्वारा अभी तक हालांकि सोशल मीडिया तक सीमित है पर जनता के विरोध को देखते हुए लगता है कि लोग बड़े गुस्से में है।
विधायक शर्मा और कांग्रेस के ही सभापति चौधरी के मनमुटाव की शुरुआत क़रीब छह महीने पहले शहरी क्षेत्र में कुछेक विकास कार्यों के क्रियान्वयन के तौर तरीकों के संबंध में सभापति की ओर से विधायक का विरोध जताये जाने के कारण हुई थी। उसके बाद सभापति चौधरी की ओर से न केवल विधायक शर्मा के द्वारा शहर में आयोजित अनेक कार्यक्रमों का बहिष्कार किया गया बल्कि केन्द्रीय चुनाव समिति के प्रभारी के पिछले दिनों यहां आने पर स्पष्ट रूप से आगे आकर अबकी बार शर्मा को विधायक की टिकट नहीं दिये जाने की मांग कर डाली। इतना ही नहीं विधायक शर्मा की जगह चौधरी ने स्वयं की विधायक की टिकट के लिए दावेदारी प्रस्तुत कर दी। चौधरी को कुछ जाट नेताओं का भी समर्थन हासिल बताया जा रहा है। हालांकि मुस्लिम व ब्राह्मण समुदाय के कतिपय नेता भी समर्थन में हैं ।
सोशल मीडिया पर लोगों ने सभापति राजकरण चौधरी और विधायक अनिल भंवरलाल शर्मा के फेसबुक पेज पर उनकी पोस्ट पर ही जोरदार कमेंट की झड़ी लगा रखी है जिससे स्पष्ट होता है कि जनता दोनों से कितनी रुष्ट है।
हालांकि विधायक की पोस्ट पर विरोध के कमेंट न के बराबर है पर कुछ गजब के हैं।
Ap Ajay ने तो राहुल गांधी के संबंध में लिख दिया कि
🥔 आलू के नयू आइटम बनाने आ रहे हैं भारत के पप्पू गांधी।
अरुण जैन ने लिख दिया कि विधायक की लास्ट फोटो ही मान लें क्या।
कट्टर हिन्दू ने कांग्रेस को कोसा कि 35 साल के राज के बावजूद शहर में चिकित्सा व्यवस्था खराब कैसे हैं।
पर सभापति की फेसबुक पेज की पोस्ट पर लोगों ने दोनों नेताओं के परस्पर विरोध किये जाने से जनता को हो रहे बड़े नुकसान से दुखी व गुस्सा होकर जैसे पूरी भड़ास निकाल दी है।
कांग्रेस नेता जितेंद्र स्वामी ने ही लिखा है कि छिछली राजनीति से बाज आओ और स्टेंडर्ड की राजनीति करो।
हेमंत जांगिड़ ने कमेन्ट किया कि सभापति जी टिकट का चक्कर छोड़ो । नगर परिषद पर ध्यान दो । जनता बड़ी दुखी हैं।
महेश सोनी ने कमेन्ट किया कि नगर परिषद केवल कांग्रेस वार्डों में काम करवाती है भाजपा के वार्डो में नहीं।
एक फेसबुक यूजर् विक्रम सिंह सारसर ने रोचक कमेंट किया कि सभी आपसी खींचतान मिटाकर एक मंच पर आएं। मिलकर काम करें वरना आप सभी रोड पर फिरते नज़र आओगे। आगे लिखा , अनिल भंवरलाल शर्मा को आप हरा या जिता नहीं सकते। जनता जनार्दन फैसला करेगी।
अब दोनों नेताओं में नया शगूफा चल रहा है। नगर परिषद की ओर से एक माह से पट्टा वितरण अभियान शहर में शुरू किया गया है। पर परिषद के आयुक्त के बार बार तबादला होने के कारण अभियान में व्यवधान उत्पन्न हो गया है।
सभापति राजकरण चौधरी तबादला के पीछे विधायक अनिल भंवरलाल शर्मा का हाथ बता रहे हैं। और फेसबुक पेज पर पोस्ट डाल कर जनता से माफी मांग रहे हैं। उधर कांग्रेसी पोस्ट पर कमेंट कर इसमें विधायक की कोई गलती नहीं मान रहे हैं।