झुंझुनू में शुक्रवार शाम को प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन के बैनर तले तमाम प्राइवेट हॉस्पिटल के मालिक और कर्मचारियों ने झुंझुनू के बस स्टैंड से लेकर कलेक्ट्रेट तक कैंडल मार्च निकाला। प्राइवेट हॉस्पिटल मालिकों का कहना है कि उनका भामाशाह में किए गए इलाज का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है जो कि उन्हें समय से मिल जाना चाहिए था। सरकार उनका जानबूझकर पैसा रोक रही है जिसकी वजह से उन्हें मजबूरन भामाशाह इलाज रोकना पड़ रहा है अगर सरकार जल्द नहीं मानती है तो प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन यूं ही अपना आंदोलन जारी रखेगी। आर एंड आर हॉस्पिटल के मालिक राजेश रेवाड़ ने कहा कि आज हम सोई हुई सरकार को जगाने के लिए कैंडल मार्च कर रहे हैं ताकि उनकी आंखें खुल सके और हमें हमारे भुगतान समय पर कर दे। अगर सरकार यूंही हठधर्मिता निभाती रही तो हमें भामाशाह को बंद करना पड़ेगा लेकिन एसोसिएशन के तमाम हॉस्पिटल गरीब और मजबूर मरीज का इलाज स्वयं के खर्चे पर करेंगे। गौरतलब है कि एसोसिएशन इससे पहले ज्ञापन देकर अपनी मांग से सरकार को अवगत करवा चुकी है। लेकिन सुनवाई नहीं होने पर उन्हें भामाशाह योजना के अंतर्गत इलाज करना बंद करना पड़ा। इसी क्रम में शुक्रवार शाम को यह कैंडल मार्च निकाला गया। भुगतान में देरी, क्लेम रिजेक्शन व गैर कानूनी तरीके से अस्पतालों को योजना से बाहर करना इत्यादि इसके प्रमुख कारण है।