झुंझुनूं, सीएम की गौरव यात्रा झुंझुनूं में साढे चार घंटे देरी से पहुंची। मंच पर पहुंचते ही सीएम ने सभा में उपस्थित जनसमूह से देरी से पहुंचने पर माफी मांगी। सीएम राजे ने झुंझनूं में जनसभाओं को करते हुये कहा की कुम्भाराम नहर लिफ्ट परियोजना के दूसरे चरण के लिए करीब 700 करोड़ रूपये की स्वीकृति दे दी गई है। इसका काम भी शीघ्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यमुना का पानी शेखावाटी की धरती पर लाने के लिए 24 साल पहले एमओयू हुआ था लेकिन यह परियोजना लम्बित ही बनी रही। हमारी सरकार के प्रयासों से अब केन्द्रीय जल आयोग ने ताजेवाला हैडवक्र्स से हमारे हिस्से के पानी पाइपलाइन के माध्यम से हमें पहुंचाने की स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना की डीपीआर भी बहुत जल्दी पूरी कर काम शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना का फायदा चुरू, सीकर और झुंझुनूं जिलों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने शेखावाटी के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि इन्हीं शहीदों से इस धरती की पहचान है। इन शहीदों को श्रृद्धांजलि देने के लिए हमने 15 अगस्त 1947 के बाद हुए शहीदों के आश्रितों को भी सरकारी नौकरी देने के विशेष नियम बनाए। पूर्व सैनिकों को राज्य सेवाओं में 5 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ शहीदों के परिवारों को मिलने वाले सम्मान भत्ते को भी दोगुना किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी थानों में शहीदों और सैनिकों की सूची भी तैयार रखी जाएगी। सम्बंधित थानों के थानाधिकारी शहीदों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याओं के समाधान में मदद करेंगे। सीएम ने कहा की झुंझुनूं में हमारा विधायक ना होने के बावजूद भी भाजपा ने करवाये बहुत ज्यादा काम। सीएम राजे ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसानों का 50 हजार रूपये तक का कृषि ऋण माफ किया गया। राज्य सरकार ने प्रदेश के 30 लाख किसानों का कुल 9 हजार करोड़ रूपये का कृषि ऋण माफ किया है। किसानों को राहत देने के लिए पिछले पौने पांच साल में किसानों की प्रति यूनिट बिजली की दरें भी नहीं बढ़ाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि झुंझुनूं में सडक़ तंत्र के लिए विकास के कई कार्य करवाए गए हैं। करीब 400 करोड़ रूपये से सीकर-लुहारू-झुंझुनूं 4 लेन का काम और 86 करोड़ रूपये से सिंहाना-बुहाना-सतनाली सडक़ा का कार्य करवाया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री ने जनता के सामने एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनाने की अपील भी। इसके साथ ही राजे ने झुंझुनूं पुलिस की लेडी पेटंोल टीम से मुलाकात भी की। कार्यक्रम को प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र पाल टीटी, प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबूलाल वर्मा, संतोष अहलावत, राहुल कस्वां, मनोज राजोरिया, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष सुन्दरलाल, संसदीय सचिव भैराराम सियोल, राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रेमसिंह बाजोर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें।
– झुंझुनूं आमसभा आमसभा में भीड के बडे बडे दावे करने वाले भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ की पोल खुलती नजर आई। झुंझुनूं आमसभा में भीड नही जुटने से स्थानीय नेताओं के चेहरे निराश नजर आए। पंडाल खाली देख सभी के चेहरे मुरझाये नजर आये। खाली पंडाल देख सीएम वसुंधरा राजे ने लगभग 10 मिनट में अपना भाषण समाप्त कर दिया। आधे घंटे में मण्डावा में आमसभा के लिए रवाना हो गई। झुंझुनूं के मुकाबले अन्य जगह बगड में ज्यादा समय दिया। झुंझुनूं के मुकाबले बगड में ज्यादा भीड रही। सूत्रो की माने तो झुंझुनूं में सीएम की आमसभा में लगभग 2 से 3 हजार के आस पास भीड रही। ये भीड भी मुख्यमंत्री के देर से पहुंचने पर चली गई। आलम ये रहा की अंत तक भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व प्रशासन मौजूद रहा। वही स्थानीय नेताओ ने स्कूली बच्चो से आमसभा में भीड जुटाने की कोशिश की। लेकिन देरी होने से स्कूली बच्चे भी ज्यादा देर सभा में नही रूक नही पायें। आमसभा का आलम ऐसा रहा की सुबह से बैठे महिलाये बच्चे भुखे प्यासे बैठे रहे। पंडाल में पेयजल की भी कोई व्यवस्था नही थी। कुर्सियो के अभाव में लोगो को गीले कारपेट पर बैठाया गया। कार्यक्रम में देर होने से लाईट की अव्यवस्था भी नजर आई आनन फानन में लाईट का इंतजाम किया गया। वैसे तो निर्धारित जगह के अलावा कही अन्य जगह सभा नही थी। लेकिन टिकट की दावेदारी करने वाले गैर भाजपाई नेता ने बगड में भीड जुटा सभा कर बीजेपी प्रत्याशी की नींद उडा दी। बता दे की भाजपा संगठन के पदाधिकारी नही चाह रहे थे की निर्धारित जगह के अलावा कही ओर सीएम का स्वागत हो। लेकिन गैर भाजपाई नेता ने भीड जुटाकर सीएम को रूकने के लिए मजबूर कर दिया। इससे कई भाजपा दिग्गजो की नींद उड गई है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पहुंची बीजेपी के मंच पर – झुंझुनूं में हुई आमसभा के मंच पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह ने पहुंचकर कई बीजेपी से दावेदार प्रत्याशियों की नींद उडा दी। सुमित्रा सिंह ने पिछले चुनावो में बीजेपी से बगावत कर भाजपा के खिलाफ चुनाव लडा था। बीजेपी के मंच पर आने के बाद भी सीएम ने कोई तव्वजो नही दी। सुमित्रा सिंह जो पूर्व में विधानसभा अध्यक्ष व 9 बार विधायक रह चुकी है।
झुंझुनूं नगरपरिषद ने नकामी छुपाने के लिए अपनाया अनुठा तरीका – झुंझुनूं नगर परिषद अपनी नकामी छुपाने के लिए नया तरीका अपनाया। सीएम की गौरव यात्रा में नजर ना आये इसलिए बदहाल सार्वजनिक शौचालय के आगे टेंट लगाकर उसे ढक़ दिया गया।