झुंझुनूं, दिल्ली के हेबिटेट सेंटर में 16 से 18 फरवरी तक चल रहे”तंबाकू और स्वास्थ्य” विषय पर छठे राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने आए एकमात्र जनप्रतिनिधि नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुण्डा को पहले दिन शुक्रवार को सराहनीय कार्य हेतु कार्यक्रम में प्रतीक चिन्ह और 25 हजार का चेक देकर सम्मानित किया गया। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में हिस्सा लेकर ना केवल पूरे देश से आए अधिकारियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ अपने अनुभवों को साझा करेंगे बल्कि क्षेत्र को तंबाकू मुक्त बनाकर हम “तंबाकू मुक्त भारत”की मुहिम को कैसे आगे बढा सकते हैं- इस विषय पर भी जानकारी हासिल करेंगे। सुंडा को यह सम्मान आई आई एच एम आर दिल्ली के निदेशक डॉ. सुताषा बी नियोगी, एचईएएलआईएस के डायरेक्टर डॉ प्रकाश गुप्ता, आईआईएमएचआर के प्रोफेसर डॉ पुनित यादव, सोनू गोयल एवं सीईओ नरोत्तम शेखसरिया समेत अन्य अतिथियों ने प्रदान किया। प्रधान सुण्डा ने बताया कि उन्हें खुशी है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान संस्थान की ओर से विश्व स्वास्थ्य संगठन और सलाम बोम्बे जैसे अन्य स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से होने वाले इस सम्मेलन में उन्हें भागीदारी निभाने का मौका मिला है। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में नवलगढ़ पंचायत समिति की 46 ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त बनाने का प्रजेंटेशन भी सभी के सामने प्रस्तुत किया है। वे इस सम्मेलन में पूरे देश से एकमात्र जनप्रतिनिधि है। इसके अलावा इस सम्मेलन में सभी अधिकारी या फिर स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल है। आपको बता दें कि सुण्डा के प्रयासों से नवलगढ़ पंचायत समिति की 46 ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त व कोटपा में बेहतर क्रियान्यन के लिए हरेक गांव में तंबाकू मुक्त कमेटियों का गठन करवाया है। इसके अलावा ग्राम पंचायतों, पंचायत समिति व नगरपालिका नवलगढ़ व मुकुंदगढ़ की साधारण सभाओं में क्षेत्र को तंबाकू मुक्त घोषणा का प्रस्ताव पारित करवाने में अहम भूमिका निभाई है। क्षेत्र में तंबाकू सेवन ना करने के लिए भी अभियान चलाकर कार्यक्रम किए। जिसके चलते उन्हें विश्व तंबाकू दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया जा चुका है।