मौसमी बीमारियों व मलेरिया की रोकथाम के लिए जिले की जा रही है गतिविधिया
सीकर, चिकित्सा विभाग की ओर से जिले में मलेरिया क्रेश कार्यक्रम का प्रथम चरण आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत आशा सहयोगिनियां, एएनएम एवं सीएचओ आदि स्वास्थ्य कर्मियांे की टीमें घर घर जाकर दस्तक दे रही हैं। बुखार से पीड़ित रोगियों की जांच के लिए ब्लड स्लाइड ली जा रही है। साथ ही घरों व मोहल्लों में सर्वे कर एन्टीलार्वल व एन्टीएडल्ट तथा सोर्स रिडक्शन गतिविधियां की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि मलेरिया क्रश कार्यक्रम के तहत जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक रविवार को सूखा दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान आमजन को दैनिक उपयोग में लिए जा रहे कूलर, फ्रिज की ट्रे, पक्षियों के परिन्डे को खाली कर सूखाने व मच्छर जनित रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( स्वास्थ्य ) डॉ अशोक महरिया ने बताया कि पानी भराव क्षेत्र में एएनएम, आशा, सीएचओ द्वारा एमएलओ डाला जा रहा है। वहीं जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त संख्या में दवाईयां व आवश्यक संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं समय पर रोगियों का उपचार करने के लिए सभी संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मलेरिया क्रेश कार्यक्रम के तहत राजकीय चिकित्सालयों में मच्छर जनित बीमारियों के लिए मच्छरदानी बैड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि मच्छरों की रोकथाम के लिए बॉयोलोजिकल कन्ट्रोल के तहत चिकित्सा स्थानों में हैचरी निर्माण करवाकर स्थाई जल स्त्रोतो में गम्बुशिया मछली डाली जायेगी तथा फील्ड सर्वे के दौरान पाये गये बुखार के रोगियों की अधिक से अधिक एक्टीव मलेरिया की स्लाईड ली जा रही है।