यहां मूर्तियां बनाने में उन्हें असीम आनंद मिलता है, साथ ही आमजन का आशीर्वाद और स्नेह भी जिसे वे हर वर्ष अपने दिल में समेट कर ले जाते हैं और हमेशा याद रखते हैं। काले जादू के लिए जग प्रसिद्ध पश्चिम बंगाल के कुछ कलाकार इन दिनों शेखावाटी अंचल में शिल्प का जादू बिखेर रहे हैं। बंगाली कलाकारों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के बद्र्धमान क्षेत्र से शारदीय नवरात्रा के समय हर वर्ष आने वाले ये कलाकार शेखावाटी की चिकनी मिट्टी और वासू का मिश्रण कराकर जब मूर्तियां बनाते है तो वे मुंह बोलती नजर आती हैं। शेखावाटी अंचल में शुरू होने वाले दुर्गा पूजा महोत्सवों के लिए दुर्गा की विभिन्न रूपों की प्रतिमाएं तैयार कर उसे अंतिम रूप देने में लगे बंगाली कलाकारों को कहना है कि उन्हें नवरात्रों पर मूर्तियां बनाने के लिए विशेष न्यौता मिलता है, जिसे वे सहर्ष इसलिए स्वीकार करते हैं कि इससे धर्म और अर्थ दोनों की प्राप्ति होती है।