विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जिला परिषद सभागार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ए.एन.एम, आशा सहयोगिनियों, निजी चिकित्सालय एवं एन.जी.ओ. की एक दिवसीय कार्यशाला जिला प्रमुख अपर्णा रोलन के मुख्य आतिथ्य, सांसद सुमेधानन्द सरस्वती, जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल के सानिध्य में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए जिला प्रमुख अपर्णा रोलन ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं का बडा़ योगदान रहा है। उन्होंने बच्चों के पालन पोषण व सुख-दुख में हमेशा परिवार को सहयोग दिया है। अब आवश्यकता है कि बच्चियों की गलत धारणा को बदल कर बच्ची को पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ने का अवसर दें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है वे उनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या लगातार बढ़ रही है उसके रोकथाम के लिए आप परिवार कल्याण कार्यक्रम का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि बेटा व बेटी में कोई अन्तर नहीं होता, अपनी बेटियों को पढ़ा लिखाकर उच्च पदों पर जाने का मौका दें। अधिक बच्चे होने से उनके पालन-पोषण, देखरेख, बीमारियों जैसी अनेक चुनौतियां सामने आती है सांसद सुमेधानन्द सरस्वती ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनसंख्या वृद्धि का कारण अशिक्षा व अज्ञानता है। लोगों में अंधविश्वास है कि लड़का नहीं होगा तो पिण्डदान कोन करेगा। हमे इस अंधविश्वास को हटाना है। अशिक्षा व अज्ञानता के जाल से हम बाहर नहीं निकलेंगे तब तक विकास नहीं हो सकता। शेखावाटी के युवाओं में विल पावर है जिसका सदुपयोग वे समाज सेवा के कार्यों में इस्तेमाल करें। देश में विकास लाना है तो जनसंख्या वृद्धि को रोकना है। राज्य सरकार व चिकित्सा विभाग के प्रयासों से जिले में लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है। समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करने में महिलाओं का बड़ा योगदान रहता है। बेटियां ही समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देती है। उन्होंने कहा कि बेटा माता-पिता को परेशान कर सकता है परन्तु बेटी नहीं। आप सभी समाज में सम्पर्क में रहकर जनसंख्या वृद्धि रोकने में अहम भूमिका निभा सकते है। अपने -अपने क्षेत्रों में लोगों को प्रोत्साहित कर परिवारों की बढ़ती आबादी, लिंग असमानता,मातृ एवं शिशु कल्याण, स्वास्थ्य शिक्षा, बच्चों के अन्तराल,प्रजनन स्वास्थ्य, सुरक्षा के उपायों के उपयोग आदि की जानकारी देकर जागरूक कर सकते है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधी ग्रामीण क्षेत्रों में छोटा परिवार-सुखी परिवार के संबंध में आम जन को जागरूक करें। जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने सभी से आव्हान किया कि परिवार कल्याण के उपायों व महिलाओं की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाये। उन्होंने कहा कि जिले का लक्ष्य निर्धारित कर सुरक्षित मातृत्व, टीकाकरण, शिशु व मातृ मृत्यु दर कम करना, स्वास्थ्य सुविधा, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा आदि योजनाओं की क्रियान्विति के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण में आपकी भागीदारी होने एवं पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करेंगे तो समाज में नई जागृति आयेगी। लोगों को प्रोत्साहित कर परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई तरीकों व साधनों के प्रयोग से जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सकता है। अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि सरकार के विकास कार्यक्रमों में अवरोध बनती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत व चीन में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश है अगर जनसंख्या इसी प्रकार बढ़ती रही तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। राज्य सरकार द्वारा जनसंख्या नियत्रंण को रोकने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है।
सीएमएचओ डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि आप सुखी जीवन व स्वास्थ्य परिवार एवं छोटा परिवार के लिए जन-जन में जागरूकता पैदा करें। उन्होंने बताया कि जिले में लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि ए.एन.एम. चिकित्सा विभाग की रीढ़ की हड्डी है। वह परिवार कल्याण कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है । उन्होंने बताया कि 11 से 24 जुलाई तक विश्व जनसंख्या पखवाड़ा मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सीकर जिले ने परिवार कल्याण कार्यक्रम में रैंकिग में प्रथम स्थान प्राप्त किया जनसंख्या वृद्धि को वृद्धि को रोकने के लिए आम जन को प्रेरित करें। कार्यक्रम को जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट, जिला परिषद सदस्य ताराचंद धायल ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पिपराली प्रधान संतोष वर्मा, आर .सी.एच.ओ, डॉ. निर्मल सिंह, क्षय रोग अधिकारी डॉ.विशाल सिंह, अतिरिक्त सी.एम.एच.ओ.डॉ.सी.पी.ओला., डॉ. अशोक महरिया, डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला, चिकित्सा कार्मिक अधिकारी , जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन बी.एल.मील. ने किया।
कार्यशाला में अतिथियों द्वारा जिले में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली पंचायत समिति फतेहपुर को प्रशस्ती पत्र, पिपराली को 2 लाख रुपए, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार ग्राम पंचायत स्तर की लांपुवा, बलोद छोटी, भीमा, खिंवासर, जुगलपुरा, लढाणा, दीपावास, कुदन, के सरपंचों को एक-एक लाख रूपये, सरकारी एसडीएच चिकित्सालय नीमकाथाना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नेछवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बाजौर को परिवार कल्याण कार्यक्रम नसबन्दी में सर्वश्रैष्ट कार्य करने पर 50-50 हजार रूपये, विनायक हॉस्पिटल एण्ड हैल्थ केयर सेन्टर सीकर को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता रैली प्रातः 8 बजे निकाली गई जो शहर के मुख्य मार्गो से गुजरती हुई लोगों में जनसंख्या नियंत्रण का संदेश दिया ।