अखबार मे छपवाया तीन तलाक का विज्ञापन
दुनिया भर में तलाक के बढ़ते मामले पर अंकुश को लेकर क़ानून बनाये जा रहे है। देश में भी तीन तलाक के मामले पर जब से कानून बनाने की बात चली है उसको लेकर एक बहस भी छिड़ चुकी है, मुस्लिम संगठनों ने इस पर अपना विरोध दर्ज करवाया था वही मुस्लिम महिलाओ ने इसका समर्थन भी किया है। आज हम आपके सामने एक तलाक का अनोखा मामला सामने लेकर आये है जिसमे पति ने दहेज़ को लेकर पत्नी को प्रताड़ित कर अखबार में विज्ञापन देकर तलाक दे दिया है। जी हा राजस्थान के झुन्झुनू जिले में तो दहेज की मांग पूरी नही करने पर अखबार में विज्ञापन छपवा कर हैरान करने वाला तलाक देने का मामला सामने आया है। इस विज्ञापन के जरिये दिए गए तलाक की जानकारी भी पीड़िता को अपने रिश्तेदारों से पता चली।
माजरा झुन्झुनू के इस्लामपुर गाव से जुड़ा है। इस्लामपुर की नाजरा बानो ने जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा झुंझुनू महिला थाने में रिपोर्ट दी है कि उसका निकाह चूरू जिले के राजगढ़ के वार्ड न 6 के मोहम्मद अल्ताफ न्यारिया के साथ 9 अप्रैल 2008 को हुआ था। इसके बाद उसका मुकलावा (पति के साथ भेजना) भी 29 मार्च 2018 को हो गया। उस समय 51000 नगद व सोने चांदी के जेवर के साथ सामान भी दिया गया था। ससुराल पक्ष ने एक लाख रुपये और कार की डिमांड दहेज में कर दी। बाद में पीड़िता के पिता इमममुदिन ने डेढ़ लाख रुपये भी दे दिये। लेकिन कार नही देने पर श्वसुर इशाक और सास मदीना, जेठानी रुबीना ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते हुए घर से निकाल दिया। पति अल्ताफ ने उससे तलाक के लिए अखबार में इस्तिहार निकलवा दिया और उसे तलाक दे दिया। साथ ही वह विज्ञापन छपवाकर विदेश भी चला गया। इतना ही नहीं माजरा की बड़ी बहन हसीना बानो की भी इसी परिवार में शादी हुई है जब हसीना बानो ने इसका विरोध किया तो उन्होंने हसीना बानो को भी घर से निकाल दिया और मारपीट की। अब हसीना बानो और उसकी छोटी बहन नाजरा दोनों अपने पीहर इस्लामपुर में ही रह रही है। नाजरा ने महिला थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कराया है पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वही मौलवी अब्दुल वाहिद मस्जिद आसा इस्लामपुर ने इसे इस्लाम के कानून के खिलाफ बताया है एक तरिके से इसे इस्लाम का मजाक बताया है।