सीकर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमरदीप सिंह कपूर ने बताया कि तापड़ीया बगीची के पास सत्यम मोबाईल के शौरूम से अज्ञात बदमाशान द्वारा शटर का लॉक तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए करीब 250 मोबाईल चोरी कर ले गये थे जिसके संबंध में दुकान मालिक नरेन्द्र कुमार द्वारा एक रिपोर्ट थाना कोतवाली सीकर दर्ज कराई थी जिस पर एफ.आई.आर. नं. 656/18 धारा 457, 380 भा द स में दर्ज कर थानाधिकारी थाज्तल दवूना कोतवाली सीकर विरेन्द्र कुमार द्वारा अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। घटनास्थल का निरीक्षण किया जाने पर ज्ञात हुआ कि बदमाशान द्वारा सम्भवतयाः सीसीटीवी फूटेज से बचने के लिए दुकान में लगे डीवीआर को भी तोडकर वारदाता के पश्चात ले गये। ऎसी स्थिती में पडौसी दुकान वाले के सीसीटीवी फूटेज को चैक किया गया तो अज्ञात बदमाशान द्वारा सुबह करीब 4.30 बजे नकाबपोश सहित ढीले कुर्ते पजामें पहनकर वारदाता को अंजाम दिया है जिसके लिए उन्होंने आई 20 गाडी का प्रयोग किया है। जिनकी कुल संख्या सीसीटीवी फूटेज में पाचं दिखाई दे रही थी। शहर के मुख्य बाजार में इस प्रकार सनसनीखेज एवं बडी वारदाता होने पर वारदात के खुलासे के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह के निर्देशन एवं वृताधिकारी वृत शहर गिरधारी लाल के निकट सुपर विजन में थानाधिकारी थाना कोतवाली विरेन्द्र कुमार पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में विभिन्न टीमों का गठन किया गया एवं सुनिल कुमार जांगिड़ उप निरीक्षक साईबर सैल जिला प्रभारी जिला सीकर को भी वारदात के खुलासे के लिए विशेष रूप से चयनित किया जाकर निर्देशित किया गया। प्रथम दृष्टिया वारदात के सीसीटीवी फूटेज देखने पर प्रतीत हो रहा था कि यह वारदात अभ्यस्त शातिर अपराधियों द्वारा की गई है जो अन्र्तराज्यीय स्तर पर वारदातों को अंजाम देने वाले हो सकते है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए विशेष कार्य योजना बनाई गई जिसके तहत करीब 25 पुलिस कर्मियों के द्वारा सामूहिक रूप से एवं पृथक-पृथक सतत् प्रयास करते हुए वारदात के संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य जुटायें एवं सीकर शहर से निकलने वाले सभी रास्तों एवं हाईवेरोड़ के सीसीटीवी फूटेज, टोल कैमरों को खंगालने के बाद प्रारम्भीक रूप से सुनिश्चित किया गया कि वारदात के पश्चात बदमाशान द्वारा सीकर, नवलगढ़ झुन्झुनूं, खेतडी, लुहारू होते हुए हरियाणा राज्य के नुंह मेवात जिले तक पहुंचे है इस आधार पर उसी क्षेत्र में तलाश केन्दि्रत करते हुए इस तरह की वारदात के अभ्यस्त अपराधियों के संबंध में विभिन्न सूत्रों से जानकारी जुटाई गई एवं संदिग्धों को चिन्हित किया गया। चिन्हित किए गये संदिग्धों का लगातार पृथक-प्थक टीमों द्वारा पीछा किया गया एवं उनके द्वारा चुराये हुए माल को जिन व्यक्तियों के पास होने एवं उनके द्वारा खुर्द-बुुर्द किये जाने के दौरान पुलिस द्वारा पूर्व में भी माल सहित मुश्ताक, वसीम, फैसर को गिरफ्दार कर चुकी है जिनके पूछताछ में भी वारदात करने वाले जिन संदिग्धों को चिन्हित किया गया था उनकी पुष्टि हो सके। इस पर पुलिस द्वारा चिन्हित किए गये बदमाशान के ठिकानों पर लगातार दल-बल सहित एवं सादा वस्त्रों में गोपनिय रूप से तलाश को जारी रखा। पुलिस द्वारा लगातार पीछा किए जाने एवं पूर्व में माल को खुर्द-बुर्द करने के प्रयास के दौरान सहभागी मुलजिमों को माल सहित गिरफ्दार किए जाने के कारण मुख्य मुलजिमान ठिकानों से इधर उधर बचने के फिराक में घुमते रहें एवं जल्दी ही शेष माल को खुर्द-बुर्द करने व ईलाका छोडने की फिराक में लगे हुए थे। इसी दौरान गैंग लीडर तारीफ वारदात में प्रयुक्त गाडी आई 20 एवं साथी मुलजिम जुबैर के साथ चोरी के माल मोबाईल फोनों को खुर्द-बुर्द करने के ईरादे से निकलकर जाते समय आज को समय करीब 12.30 पीएम पर टपुकडा नुंह मेवात रोड भिवाडी अलवर के पास में सुनिल कुमार पुलिस उपनिरीक्षक हैड कानि. सदीक, कानि. हरीश एवं सीआईयू अलवर के कानि. ईरशाद, योगेश व मुरारी के द्वारा धर दबोचा गया जिनके कब्जे से चोरी किये गये मोबाईल बरामत किये गये एवं वारदाता में प्रयुक्त वाहन आई 20 को जप्त किया गया। मुलजिमान से पूछताछ करने पर कई बडी वारदातो का खुलासा हो सका। तफ्तीश से सामने आया की मुलजिम तारीफ गैंग लीड़र के रूप में कार्य करता है जिसके द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ शातिरान अन्दाज में देशभर के राज्यों बडे शहरों में वारदाते करना स्वीकार किया है। सीकर की वारदात के संबंध में मुलजिमान ने पूछाताछ पर बताया कि 26 दिसम्बर को मुलजिमान तारीफ, कासम जुबैर, फकरू, शिमला से जुबैर की आई 20 गाडी में घुमकर वापिस आ रहे थें तो पटियाला हुनमानगढ़ के नजदीक एक मोबाईल का शौरूम दिखने पर उन्होंने वहा चोरी का मन बना लिया। उस समय तो वापस गांव आ गये फिर उसी स्थान पर वारदात करने के लिए गांव बावला थाना तावडु हरियाणा से पांचों 29 दिसम्बर को रवाना होकर झुंझुनूं आ गये परन्तु झुंझुनूं से हिसार जाने वाले रास्ते से भटकर नवलगढ होते हुए सीकर आ गये सीकर में एक रोड पर पुलिस उप अधीक्षक का कार्यालय दिखाई देने व वहां पर पुलिस के बैरीकेडस लगें होने के कारण उससे पहले वाली गली में घुस गये। जिसमें थोड आगे चलने पर उनका मोबाईल की बडी दुकान दिखाई दी। जिसमें काफी माल दुर से दिखने पर यही पर वारदात का मन बना लिया वारदात के समय अपनी पहचान छिपाने के लिए मुंह ढकने के लिए टोपा साथ में लेकर आये एवं कपडों व चाल ढाल की पहचान छुपाने के लिए उपर से ढीले ढाले कुर्ते पजामें पहने की योजना बनाई । इसके लिए सीकर शहर में ही आगे चलकर मार्केट से कपडे की दुकान से तीन कुर्ते पजामें खरीदे गये उस समय करीब 8.30 बजे का समय हो रहा था। फिर वापस सीकर से बाहर नवलगढ की तरफ चले गये एवं सडक के किनारे सरसों के खेत के पास गाडी में ही देर रात होने का इंतजार करने लगे। गाडी पर एच आर नम्बर को देखते हुए तथा किसी के द्वारा शक किये जाने व गाडी के नम्बर मालूम हो जाने पर मुलजिमान द्वारा रात्री में किसी होटल के किनरे खडी सुनी सेन्टो गाडी की नम्बर पलेट जिस पर सीकर के नम्बर थे को खोलकर अपनी गाडी के लगा लिया फिर करीब 4.15 -4.30 बजे चिन्हित स्थान पर पहुंचे, वारदात को अंजाम दिया। तारीफ जो गैंग लीडर के रूप में काम करता है मुलजिमान द्वारा वारदात को अत्यन्त शातिराना तरीके से पेशेवर अंदाज में अंजाम दिया गया था। वारदात के दौरान किसी भी मुलजिम द्वारा मोबाईल फोन को प्रयोग नहीं लिया गया है गिरफ्दार शुदा मुलजिमान से गहनता से पूछताछ की जा रही है।