खण्डेला कस्बे में मुख्य बस स्टैंड पर
खंडेला [अरविन्द कुमार] सीकर जिले के खण्डेला कस्बे में मुख्य बस स्टैंड पर कल अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति कांवट के पदाधिकारियों व ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार का पुतला जलाकर विरोध जताया। पिछले सात महीनों से कांवट अतिक्रमण का मामला जोरो पर है। अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति का आरोप है कि हाई कोर्ट और जिला कलेक्टर के आदेशों के बाद भी उपखण्ड अधिकारी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नही कर रहे हैं। उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार पर ग्रामीणों ने भूमाफियाओं से मिलीभगत के आरोप भी लगाये। अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी और सदस्य ग्रामीणों के साथ साधनों के माध्यम से उपखण्ड कार्यालय पहुँचे और उपखण्ड कार्यालय परिसर के बाहर एक बैठक आयोजित कर उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार के विरुद्ध काफी देर तक नारेबाजी कर विरोध जताया। इसके पश्चात उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार की शवयात्रा निकालकर मुख्य बस स्टैंड पर दोनो का पुतला फूंका गया। अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति के कॉर्डिनेटर बाबूलाल मीणा ने कहा कि कांवट अतिक्रमण का मामला किसी से भी छुपा हुआ नही है। समिति के सदस्य एवं ग्रामीण पिछले कुछ महीनों से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को लेकर उपखण्ड कार्यालय के बार बार चक्कर लगा रहे हैं।लेकिन उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार भूमाफियाओं से मिले हुए हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिला कलेक्टर ने भी अतिक्रमण हटाने के मामले में त्वरित कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। लेकिन इसके बावजूद भी उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार कार्यवाही नही कर रहे हैं। उपखण्ड अधिकारी और तहसीलदार की शवयात्रा निकालकर दोनों का पुतला फूंका गया है।कांवट की जनता अतिक्रमण के मामले में चुप नही रहेगी। कार्यवाही की माँग को लेकर आज से अनशन शुरू किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को लेकर समिति ग्रामीणों के साथ मिलकर अपनी लड़ाई लड़ेगी और कांवट को अतिक्रमण से मुक्त करवाएगी।