रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित तथा राज्य स्तर पर कई बार सम्मान प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी कुलदीप व्यास को एक बार पुनः राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त हुआ है । पूर्व में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान , भामाशाह प्रेरक पुरस्कार , तेजकरण डांडिया स्मृति सम्मान , शिवनारायण रावत स्मृति सम्मान आदि सम्मान राज्य स्तर पर प्राप्त कर चुके तथा जिला स्तर पर कई बार सम्मानित व्यास को सोमवार को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में भामाशाह प्रेरक पुरस्कार से सम्मानित किया गया । राजकीय विद्यालयों में दानदाताओं के माध्यम से मानवीय और भौतिक संसाधन सुलभ करवाने के लिए किए गए विशेष प्रयासों के लिए व्यास को यह सम्मान शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला , शिक्षा सचिव नवीन जैन , शिक्षा निदेशक कानाराम , आयुक्त डा. टी शुभ मंगला ,विशिष्ट सचिव चित्रा गुप्ता ,अतिरिक्त निदेशक किशोर कुमार आदि के द्वारा प्रदान किया गया । सुजानगढ़ के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए व्यास ने जहां सुप्रीम फाउंडेशन के द्वारा व्यय किए गए नो करोड़ रुपयों में से ढाई करोड़ से अधिक का कार्य सुजानगढ़ ब्लॉक में करवाने के लिए प्रेरित कर आवश्यक कार्यवाही सक्रियता से की वहीं ब्लॉक में बने प्रेरणादाई वातावरण का यह सुपरिणाम यह रहा कि गत वित्तीय वर्ष में चूरू जिले में भामाशाहों द्वारा खर्च की गई राशि नो करोड़ छियानवे लाख में से लगभग पांच करोड़ की राशि अकेले सुजानगढ़ ब्लॉक में व्यय की गई । शिक्षा विभाग द्वारा चूरू जिले से राज्य स्तर पर सम्मानित 14 में से 5 भामाशाह और 8 में से 4 प्रेरक एक ही ब्लॉक सुजानगढ़ से होना भी व्यास के कार्यकाल की एक विशिष्ट उपलब्धि रही ।
राजकीय सेवा के प्रारंभिक काल में ही सन 1991 की जनगणना में अदम्य उत्साह के साथ कार्य कर भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा कांस्य पदक प्राप्त करने वाले व्यास जिस विद्यालय में भी कार्यरत रहे वहां विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को प्रमुखता देते हुए विभिन्न नवाचार किए और भामाशाहों के प्रेरणा स्रोत बन कर उत्कृष्ट उपलब्धियों के साथ अपने विद्यालय को छः बार सर्व श्रेष्ठ विद्यालय पुरस्कार भी दिलाया । भामाशाह बजरंगलाल तापड़िया , महावीर प्रसाद तापड़िया , रतनलाल बुधमल जोधराज बैद , नंदकिशोर जालान , डालम चंद बैद , छतरसिंह हीरावत , श्रीकृष्ण लाहोटी , भरत कुमार भार्गव आदि के माध्यम से विद्यालय भवनों का निर्माण , सभाकक्ष , प्रार्थना स्थल , कक्षा – कक्ष निर्माण , खेल मैदान विकास तथा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन , स्मार्ट क्लास रूम हेतु इंटरेक्टिव बोर्ड , बालिकाओं के लिए शौचालय निर्माण , विद्यालय वाटिका तथा विद्यालय पत्रिकाओं के प्रकाशन जैसे अनेक कार्य करवा कर शिक्षा क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है । व्यास अपने विद्यालय के अलावा अन्य राजकीय संस्थाओं के लिए भी पूर्ण सजगता से प्रयास करते रहे हैं , जिला मुख्यालय पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का सौंदर्यीकरण , जिला शिक्षा एवम् प्रशिक्षण संस्थान डाइट का नव निर्मित भव्य प्रवेश द्वार , रतनगढ़ जेल में पुस्तकालय स्थापना एवम् नलकूप निर्माण , एम जी जी एस पंडितपुर में बरामदे सहित कमरों का निर्माण व्यास द्वारा किए जा रहे सद्प्रयासों की कहानी स्वयं बयां करते हैं ।