भीम आर्मी प्रमुख महिलाओं का अपमान कर रहे हैं – डॉ. सौम्या गुर्जर
महिलाओं पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों पर डॉ. सौम्या गुर्जर ने जताई आपत्ति
जयपुर,[वर्षा सैनी] भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण की महिलाओं पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों पर राजस्थान राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य डॉ. सौम्या गुर्जर ने कड़ी आपत्ति जताई है। डॉ. गुर्जर ने कहा कि समाज का नेतृत्व करने वालों को अपने आचारण का संभलकर व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि लोग उनका अनुसरण करते हैं। चंद्रशेखर ने ट्विटर पर महिलाओं के लिए अशोभनीय टिप्पणी की है। अपने आप को नेता मानने वाले लोग इस तरह से महिलाओं के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा का प्रयोग करके अपने अनुसरणकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहते हैं। क्या इनके और इनके अनुसरणकर्ताओं के परिवार में महिलाओं नहीं है। ऐसी टिप्पणियां घटिया मानसिकता की परिचायक होती हैं। डॉ. सौम्या गुर्जर ने कहा कि आखिर जनमानस इनसे क्या सीखेगा, जिनको महिलाओं को आदर देना भी नहीं आता वे किस अधिकार से हक़ की बात करते हैं। उनको ये नहीं पता “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता”की विचारधारा वाला हमारा भारत देश है। जिसे देश की महिलाओं का सम्मान करना नहीं आता है। जो महिला विरोधी सोच लिए बैठे हैं, नारी की कोख से जन्म ले कर उसी को लज्जित कर रहे हैं, तो समझिए वो किसी समाज या वर्ग विशेष का भला नहीं बल्कि उस समाज और वर्ग का अपमान कर रहे हैं। उसकी छवि को कलुषित कर रहे हैं। नारी हर समाज का अंग है। वो स्वर्ण भी है तो दलित भी है। वो किसान भी है तो गरीब भी है। तो क्या उसका अपमान करके कोई समाज में अपनी शान बढ़ा सकता है। ऐसी टिप्पणियां समाज कंटकों का हौसला बढ़ाती हैं। महिलाओं की सुरक्षा को ख़तरे में डालती है। ऐसे टिप्पणियां करना भी आपराधिक कृत्य है। महिला आयोग की पूर्व सदस्य ने कहा कि क़ानून का पालन करवाने वाली एजेंसियों को तो कड़ी कार्रवाई करनी ही चाहिए, लेकिन समाज को भी ऐसी बातों का पुरज़ोर विरोध करना चाहिए। ऐसे नेताओं के समर्थकों को भी अपने नेता को सही ग़लत का भान करवाते हुए सही राह दिखानी चाहिए अन्यथा उनका साथ छोड़ देना चाहिए। क्योंकि यह उनकी महिलाओं का भी अपमान है, जिसे चुपचाप सहन करना क़तई उचित नहीं है। देश की जनता के द्वारा ऐसी विष फुंकार को ख़त्म कर देना चाहिए इनके विषैले दांतों को ही उखाड़ फेंकना होगा। तब ही नारी और उसकी सम्मान सुरक्षित रह सकता है। उल्लेखनीय है कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने पिछले दिनों भीम आर्मी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से से अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुए महिलाओं को लेकर अपमानजक टिप्पणी की थी जो कि साइबर अपराधों को रोकने के लिए बने कानूनों का भी स्पष्ट उल्लंघन की श्रेणी में आती है।