चूरू, स्वाधीनता दिवस पर आपणी पाठशाला में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर प्रख्यात बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह ने संस्था में अध्ययनरत घुमंतू और झुग्ग-झोपड़ियों में रहने वाले अभावग्रस्त बच्चों का हौसला बढाया। प्रिया सिंह ने इस मौके पर बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि दुनिया के सभी महान पुरुष अपने जीवन में कठिनाइयों से मुकाबला करते हुए आगे बढ़े हैं। इतिहास इस बात का गवाह है कि तमाम मुश्किलों के बावजूद अपने हौसले और अपनी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। प्रिया ने बताया कि स्वयं उनका जीवन में संघर्ष और बाधाओं से भरा रहा हैै। इसलिए बच्चों को बड़े सपने अपनी आंखों में रखते हुए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपने परिवार को गरीब और अभाव के चंगुल से निकालने की कोशिश करनी चाहिए। इस मौके पर उन्होंने आपणी पाठशाला की धुरी धर्मवीर जाखड़ एवं अन्य सहयोगी स्वयंसेवकों, भामाशाहों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अद्भुत कार्य है, जिसने चूरू का नाम पूरे देश में मशहूर कर दिया है। अभावग्रस्त लोगों की इस तरह की सेवा का यह एक अनूठा उदाहरण है।
ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान से शुरू हुए कार्यक्रम में पाठशाला के बच्चों ने बैंड के साथ परेड कर तिरंगे को सलामी दी। कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्ति गीतों पर एक से बढकर एक प्रस्तुति देकर इस राष्ट्रीय उत्सव को शानदार ढंग से मनाया। बच्चों को दुर्गाराम कड़वासरा, जायल नागौर की ओर से मिठाई खिलाई गई। संरक्षक धर्मवीर जाखड़ ने आभार जताया। इस दौरान प्रो. हनुमाना राम इसराण, रामवतार भांबू, ओमप्रकाश भूकल, सुनित गुर्जर, मुकेश मील, अजय गोयल, कैलाश पारीक, रणधीर जाखड़, ओमप्रकाश सैन सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संचालन ओमप्रकाश वर्मा डायनामाइट ने किया।