सीकर की दांतारामगढ़ तहसील के चंदेली का बास नामक एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] राजस्थान के सीकर जिले के सीए महेंद्र चंदेलिया को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में सहायक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया हैं। वह सीकर की दांतारामगढ़ तहसील के चंदेली का बास नामक एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं। वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता रामकिशन चंदेलिया (पटेल जी) पेशे से किसान हैं। महेन्द्र का चयन संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारतीय लागत लेखा सेवा परीक्षा के माध्यम से हुआ हैं। यह उनका पहला प्रयास था और उन्हें सफलता मिली। वह महज 20 वर्ष की उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गए थे। वह पढ़ाई में हमेशा बहुत होनहार छात्र थे और स्कूल के दिनों में हमेशा टॉपर रहते थे। हाल ही में वह भारत सरकार में आवास और शहरी मंत्रालय में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हुडको में प्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे। वह हमेशा राष्ट्र की सेवा के लिए सिविल सेवा में शामिल होना चाहते थे। उन्होंने अपनी सफलता का मंत्र लगातार कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प को बताया। इसका श्रेय मम्मी पापा और बड़े भाई कैलाश को दिया हैं। बड़ा भाई कैलाश एम्स दिल्ली में नर्सिंग ऑफिसर हैं। सीए महेन्द्र ने बताया कि बड़ा भाई कैलाश सदैव ही प्रेरित करता रहता हैं।उसी के प्रेरणा एवं माता, पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद से इस मुकाम पर पहुंचा हूं। उन्होंने अपनी दसवीं तक की स्कूली शिक्षा स्वामी नित्यानंद स्कूल दांता से व बारहवीं कक्षा प्रिंस स्कूल सीकर से उत्तीर्ण की हैं। इसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से स्वयंपाठी परीक्षार्थी के तौर पर बीकॉम व एमकॉम किया। फिर स्वयं ही पढ़ाई करके सीए परीक्षा उतीर्ण की। इसके बाद कालाणी एण्ड कंपनी जयपुर से सीए की ट्रेनिंग की। वहीं से फिर भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम हुडको दिल्ली में प्रबंधक बने। जहां 5 वर्ष और एक दिन सेवा प्रदान की। इसके बाद स्वयं ही तैयारी करके यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें सफलता मिली और हाल ही में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में सहायक निदेशक के पद पर नियुक्त हुए हैं।