सूरजगढ़, वीर तेजाजी विकास संस्थान के तत्वाधान में चोटिया कॉम्प्लेक्स सूरजगढ़ में किसानों के मसीहा दीनबंधु सर छोटूराम की पुण्यतिथि मनाई। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने सर छोटूराम के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए किसानों, मजदूरों व गरीबों के हित में उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया। शिक्षाविद् मोतीलाल डिग्रवाल, जगदेव सिंह खरड़िया, धर्मपाल गांधी, राजपाल सिंह फौगाट आदि ने सर छोटूराम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा- सर छोटूराम ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता पूर्व भारत के विचारक थे, और उत्पीड़ित समुदायों के हितों के हिमायती थे। भारतीय उपमहाद्वीप के इस उपलब्धि के लिए उन्हें 1937 में नाइट की उपाधि दी गई। राजनीतिक मोर्चे पर, वह नेशनल यूनियनिस्ट पार्टी के सह-संस्थापक थे, जिसने स्वतंत्रता-पूर्व भारत में संयुक्त पंजाब प्रांत पर शासन किया। सर छोटूराम ने ऐसे कई समाज-सुधारक कानून पारित करवाए, जिससे किसानों को शोषण से मुक्ति मिली। इनमें शामिल हैं, पंजाब रिलीफ इंडेब्टनेस (1934), द पंजाब डेब्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट (1936), साहूकार पंजीकरण एक्ट- 1938, गिरवी जमीनों की मुफ्त वापसी एक्ट-1938, कृषि उत्पाद मंडी अधिनियम -1938, व्यवसाय श्रमिक अधिनियम- 1940 और कर्जा माफी अधिनियम- 1934 कानून पारित करवाने में मुख्य भूमिका निभाई। इन कानूनों में कर्ज का निपटारा किए जाने, उसके ब्याज और किसानों के मूलभूत अधिकारों से जुड़े हुए प्रावधान थे। सर छोटूराम सही मायने में किसानों के मसीहा थे। ऐसे महापुरुष को हम नमन करते हैं। इस मौके पर राजेंद्र फौजी, राजपाल सिंह फौगाट, बनवारी भाम्बू, रामस्वरूप नेता, जगदेव सिंह खरड़िया, शिवदानसिंह भालोठिया, बनवारी भाम्बू, रामस्वरूप नेता, रोहित मान, रतनसिहं खरड़िया, मोतीलाल डिग्रवाल, सज्जन कटारिया, एडवोकेट महेश सैनी, प्रवीण कालीरावणा, टेकचंद स्वामी अंतर सिंह भड़िया आदि अन्य लोग मौजूद रहे।