ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड ने कहा है कि समाज के बदलते परिवेश में वर्ण व्यवस्था का आधार जन्म नहीं अपितु कर्म होना चाहिए। ग्रामीण विकास मंत्री शनिवार को जिला मुख्यालय पर भारत रत्न बाबा साहेब अम्बडेकर की 127वीं जयंति के अवसर पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने विश्व के सबसे बड़े संविधान निर्माता बाबा साहेब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा है हमें बाबा साहेब के जीवन दर्शन को जीवन में आत्मसात कर समाज के विकास में अपना योगदान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सर्व समाज के सर्वांगिण विकास के लिए अंतिम क्षोर पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की महत्ती आवश्यकता है।
पंचायती राज मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के जन्म दिवस के अवसर पर राज्य में 191 स्थानीय निकाय क्षेत्रों में अम्बडेकर भवन का शिलान्यास होना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने बाबा साहेब के मूल मंत्र ‘‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो‘‘ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज तलवार उठाने की जरूरत नहीं है, कलम (शिक्षा) उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एस सी, एस टी निगम द्वारा इस वर्ग के व्यक्तियों को 2 लाख रूपये तक के दिये ऋण को माफ कर सराहनीय कार्य किया है तथा इस वर्ग के लोगों को व्यवसाय शुरू करने के लिए 8 प्रतिशत संब्सिडी पर ऋण मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने सामाजिक क्रांति के पुरोधा बाबा साहेब का नमन करते हुए कहा कि विश्व में भारतीय संविधान पर शौध किया जा रहा है, क्योकि भारतीय संविधान में प्रदत मौलिक अधिकार हमारी शक्ति है।
समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री ने शुक्रवार को 85 रक्त दानदाताओं ने रक्त दान करने पर आयोजक विक्रम गहनोलिया, सुनिल मेघवाल, सुनिल झारिया को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया तथा कहा कि ऎसे पुण्य कार्यो में समाज के हर युवा को अपना योगदान करने की आवश्यकता है। ग्रामीण विकास मंत्री ने शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सर्किल को अम्बडेकर सर्किल नामकरण कर उद्घाटन किया तथा कहा कि यह शहर के लोगो के लिए गौरव है।
समारोह में जिला कलक्टर ललित कुमार गुप्ता ने बाबा साहेब के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 14 अप्रैल से 5 मई तक जिले के 25 गांवों में ग्राम स्वराज अभियान का संचालन किया जायेगा। अभियान के दौरान भारत सरकार की 7 जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को जोड़कर लाभान्वित किया जायेगा। उन्हाेंने कहा कि मई-जून माह में जिले में न्याय आपके द्वार अभियान का संचालन किया जायेगा। अभियान में आमजन को लाभान्वित किया जायेगा।
पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने कहा कि समाज में आर्थिक व सामाजिक असमानता को दूर करने का महती हथियार शिक्षा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा बेहत्तर जीवन की आधार शिला है, शिक्षित होंगे तो संगठित स्वतः ही हो जायेगे एवं अधिकार स्वतः ही मिल जायेंगे।
समारोह में जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने बाबा साहेब के आदर्शो को जीवन में आत्मसात करने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित बनोंगे तो शोषण से बचोंगे। सभापति विजय कुमार शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के व्यक्ति के उत्थान के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने नव घोषित डॉ अम्बडेकर सर्किल के सौदर्यीकरण के लिए आश्वस्त किया। डॉ.वासुदेव चावला ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ अम्बडेकर ने देश की एकता व अखण्डता के लिए जीवन पर्यत प्रयास किया। सीताराम लुगरिया ने कहा कि बाबा साहेब के तीन मूल मंत्रों को जीवन में आत्मसात कर आगे बढने की जरूरत है। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी श्वेता कोचर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया, उप सभापति अनवर थीम, विक्रमसिंह कोटवाद, बसंत शर्मा, आयुक्त भंवरलाल सोनी, अम्बडेकर आयोजन समिति के जिलाध्यक्ष बजरंगलाल मीणा, सांवरमल गहनोलिया सहित जनप्रतिनिधि अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने शनिवार को जिला मुख्यालय पर 67 लाख रुपये की लागत से बनने वाले डॉ. अम्बेडकर भवन का शिलान्यास भी किया।