मुकुन्दगढ़, (कुलदीप सांखला) पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री नवलगढ़ विधायक डाॅ. राजकुमार शर्मा ने शनिवार को बाबा साहेब डाॅ. भीमराब अंबेडकर की जयंती पर वार्ड नं. 16 में बाबा साहेब डाॅ. भीमराब अंबेडकर भवन का विधिवत् शिलान्यास किया गया। कस्बे के लोगों ने पालिकाध्यक्ष सत्यनारायण सैनी के नेतृत्व में सैंकडों नागरिकों ने डीजे के धुन पर डाॅ. राजकुमार शर्मा का कार्यक्रम स्थल तक उनका जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम केे मुख्य अतिथि डाॅ. राजकुमार शर्मा थे। अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष सत्यनारायण सैनी ने की। उपाध्यक्ष बिलाल खत्री, प्राचार्या डाॅ. मनोज झाझडिया, तोगडा सरपंच संजू, पार्षद दिलीप मीणा, वर्षा सुरोलिया, नीतू आलडिया, प्रकाश जांगिड़ सरोज, सुनीता, बल्लाराम चेजारा, नदीम सहित पालिका के सभी पार्षद बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की चित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीपप्रज्जवल्लित कर किया। कार्यक्रम में डाॅ. शर्मा एवं अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण कर किया गया। इस दौरान डाॅ. शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान दौर में सामाजिक सामाजिक सौहार्द्र कायम रहना ही सबसे बडी उपलब्धि है। कुछ लोग आपसी सदभावना को बिगाडना चाहते है। ऐसे लोगों को जनता कभी बर्दास्त नही करेगी आगामी चुनावों में नवलगढ़ की जनता झूठे बादों वाली सरकार को मुह तोड जवाब देगी। डाॅ. शर्मा ने युवाओं को डाॅ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतो पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग बाबा साहेब का जो सपना था सामाजिक सदभाव का सामाजिक समरसता का, सब लोग भाई चारे के साथ रहे। सभी संविधान की रक्षा करें। आज उनके जीवन से हिन्दुस्तान के सभी लोग आपसी भाई चारे की भावना से रहकर अपने देश को आगे बढाने में देश की मदद करे । इससे पूर्व पालिकाध्यक्ष सत्यनारायण सैनी ने स्वागत भाषण से कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान राजकुमार चेजारा, मनोनीत पार्षद विकास बेसवाल, रोबिन गुर्जर, रबिन्द्र कुमार शर्मा, सुमन बेरवाल, दयाशंकर पोरवाल, सुरेश शर्मा, चन्द्रप्रकाश जांगिड, विकास सैनी, संदीप चाहर पबाना, रामनिवास जैदिया, रामअवतार रैगर, विश्वनाथ, भगवानाराम, राजेन्द्र बेरवाल, डीके सुरोलिया, रामदेव सिंह राठौड़, घनश्याम शर्मा, गोविंद पवांर, रामनिवास महरिया, सुमन दुलड, सुरेन्द्र बेरवाल, विनोद सैनी सहित बडी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य राजाराम सुरोलिया ने किया।