पांच सुत्री मांगों को लेकर बुधवार को व्याख्याता सडक़ पर उतरे और कलक्ट्रेट के सामने रेसला के बैनर तले नारेबाजी कर अपना आक्रोश जताया। व्याख्याताओं की वेतन कटौती निरस्त करने, एनपीएस की बजाय पुरानी पैंशन योजना व पदोन्नति में संख्यात्मक अनुपात लागू करने की मुख्य मांगों को लेकर शिक्षकों ने धरना दिया। सम्भाग स्तरीय धरने में चूरू, सीकर और झुंझुनुं जिले के व्याख्याता मौजुद रहे। धरने को सम्बोधित करते हुए रेसला के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल गुर्जर ने चेतावनी दी कि इस सम्भाग स्तरीय धरने के बाद भी अगर सरकार ने प्रदेश के 50 हजार व्याख्याताओं की मांगे नहीं मानी तो उग्र आन्दोलन शुरू कर विधानसभा का घेराव किया जायेगा। उन्होने कहा कि पांच सुत्री मांगों को लेकर रेसला पिछले 1 साल से संर्घषरत है इस दौरान सरकार ने मांगों पर अमल करने की बजाय कमेटी गठित कर व्याख्ताओं को बरगलाने का काम किया।