ममता हेल्थ इस्टीट्यूट फॉर मदर एण्ड चाइल्ड के द्वारा संचालित प्रोजेक्ट जागृति के तहत राष्ट्रीय पोषण माह की गतिविधि के दौरान राजकीय डेडराज भरतिया अस्पताल परिसर में स्वास्थय एवं पोषण की जागरूकता के लिए वाल पेन्टिंग का लोकार्पण जिला प्रजनन शिशु एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. सुनिल जान्दु , अस्पताल के अधिक्षक डॉ. जयनारायण खत्री, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. इदरीश खान, राजकीय जिला नर्सिग प्रशिक्षण संस्थान के सुपरिडेन्ट बजरंग हर्षवाल, मोहम्मद साहिद, ममता हेल्थ इस्टीट्यूट फॉर मदर एण्ड चाइल्ड के जिला समन्वयक लालचन्द रैगर एवं भाविन टॉक ने किया । कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला समन्वयक ने ममता संस्थाद्वारा जागृति प्रोजेक्ट के माध्यम से राष्ट्रीय पोषण माह में स्वास्थय एवं पोषण की जागरूकता हेतु किये जा रहे कार्यो के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम के तहत पोषण की ज़रूरत के बारे में प्रर्दशनी लगाकर लोगों को पोषण के बारे में जागरूक किया गया।मुख्य अतिथि जिला प्रजनन शिशु एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. सुनिल जान्दु, राजकीय जिला अस्पताल के अधिक्षक डॉ. जयनारायण खत्री, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. इदरीशखान के द्वारा प्रदर्शनी का उद्वघटन एवं अवलोकन किया गया।डॉ. सुनिल जान्दु के द्वारा उपस्थित लोगों को पोष्टिक भोजन के बारे में जानकारी दी गइ। डॉ. जयनारायण खत्री के द्वारा लोगों को स्वास्थय की देखभाल के बारे में जानकारी दी गई।लोगों के द्वारा स्वास्थय एवं पोषण के सन्दर्भ में पुछताछ की गई , जिसका ममता आउट रीच वर्करों द्वारा जानकारी दी गई। इसके पश्चात ममता आउट रीच वर्करों एवं नर्सिग प्रशिक्षण संस्थान की छात्राओं के द्वारा विभिन्न वार्डो एवं ओ.पी.डी. में जाकर लोगों को स्वास्थय एवं पोषण के बारे में मोड्यूल के द्वारा जानकारी दी गई। श्री पितर चन्द अग्रवाल के द्वारा लोगों को हाथ धोकर खानें के बारे में बताया , उन्होंने एक महिला के हाथ पुन: धुलवाकर बताया कि केवल पानी से हाथ धाने पर हमारे हाथ साफ नहीं होते अत: आप साबुन से हाथ धोवें। इस दौरान जिला अस्पताल में नवजात शिशुओं को गिफ्ट भी अतिथियों के द्वारा वितरित किये गये साथ में इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई।इस कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ उपस्थित थी। लोगों के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम बार-बार करने के लिए सलाह दी गई। इस कार्यक्रम में नर्सिग प्रशिक्षण संस्थान की छात्राए तथा ममता के आउट रीच वर्कर की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।