झुंझुनूं, जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में जिले के शिक्षा अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारियों से कहा कि मुझे प्रयास नहीं शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर रिजल्ट चाहिए। झुंझुनूं शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है लेकिन हमें सामूहिक प्रयासों से जिले को उत्कृष्ट बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रधानाचार्याे को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। बैठक में उन्होंने पिछले महीने कि जिलास्तरीय निष्पादन समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों की समीक्षा की गई।
विद्युत जनित हादसों को रोकने के निर्देश
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी स्कूलों में विद्युत जनित हादसों की रोकथाम के लिए विद्यालयों में अर्थिंग करवाने के साथ-साथ मिनिएचर सर्किट ब्रेकर (एमसीबी) व लास्ट सर्किट ब्रेकर (एलसीबी) लगवाने की निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्कूलों में लगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नियमित जांच की जाए ।
वृक्षारोपण अभियान के लक्ष्यों के अनुसार करें पौधारोपण
बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारियों को कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान के तहत स्कूलों को दिए गए पौधारोपण के लक्ष्यों को पूरा किया जाए वहीं पौधारोपण की जिओ टेगिंग भी कि जाए। उन्होंने हरियालो राजस्थान अभियान के तहत आगामी 7 अगस्त को हरियाली तीज के अवसर पर पौधारोपण के लिए आवश्यक तैयारीयां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ।
विद्यालयों में वर्षा जल संग्रहण इकाइयों का होगा जिर्णाेद्धार
कलेक्टर ने सरकारी विद्यालयों में निर्मित वर्षा जल संग्रहण इकाइयों की सूची तैयार करवाने के निर्देश दिए व कहा कि इन इकाइयों का जिर्णाेद्धार करवाया जाएगा ।
नामांकन अभियान में कम परफॉर्मेंस वाले शिक्षकों को नोटिस देने के निर्देश
नामांकन अभियान की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कम नामांकन वाले ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा जिन विद्यालयों में नामांकन में सुधार नहीं हुआ है उन शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाए।
बुहाना ब्लॉक की स्कूलों में नामांकन में सुधार नहीं होने पर बुहाना एसीबीईओ को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। प्राथमिक कक्षाओं के नामांकन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिन विद्यालयों में 20 से कम नामांकन है उन पर कार्यवाही की जाए। कलेक्टर ने कहा कि जिले की स्कूलों में संसाधनों की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है फिर भी नामांकन में सुधार नहीं होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में शुन्य नामांकन है उनके अध्यापकों को पास की अन्य स्कूल में लगाया जाकर शिक्षण कार्य करवाए। उन्होंने सरकारी स्कूलों के पूर्व छात्र जो वर्तमान में सरकारी नौकरी में हैं उनका डाटा तैयार करने व उनको विद्यालय से जोड़ने कि बात कही। उन्होंने कहा कि जिले में संचालित निजी स्कूलों की जांच की जाए एवं उनके संचालन में यदि किसी सरकारी शिक्षक की भूमिका पाई जाती है तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई करने की जाए ।
आईसीटी लैब का छात्रों को मिले फायदा
कलेक्टर ने जिले में संचालित आईसीटी लैब की समीक्षा के दौरान कहां की सभी कंप्यूटर लैब सुचारू रूप से संचालित की जाए एवं उनका अधिक से अधिक उपयोग कर छात्रों को फायदा मिले मिले यह सुनिश्चित करना सभी प्रधानाचार्याे की जिम्मेदारी है। उन्होंने कंप्यूटर शिक्षण के लिए नियुक्त कंप्यूटर अनुदेशकों को प्रशिक्षण करवा कर निर्धारित सिलेबस के अनुसार बच्चों को कंप्यूटर शिक्षक कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर की नियमित कक्षाएं लगाई जाए। बेस्ट आईसीटी लैब की प्रतियोगिताएं करवाने के भी निर्देश दिए ।
जिले में संचालित रोबोटिक लैब के सफल संचालन के लिए हाल ही में बिट्स पिलानी के द्वारा कम्प्यूटर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है जिससे सरकारी स्कूल के बच्चे भी इलेक्ट्रानिक डिवाइस यानी रोबोट, टेक्निकल माडल बनाना सिख रहे हैं। जिस पर कलक्टर ने पिलानी सीबीईओ की प्रशंसा की एवं कहा कि जिले की अन्य लैब भी सुचारू की जाए ।
लैब आधारित शिक्षण को दे बढ़ावा
कलेक्टर ने निर्देश दिए की सरकारी स्कूलों साइंस लैब व अन्य लैब को सुचारू रूप से संचालित किया जाए वहीं विद्यार्थियों को लैब आधारित शिक्षण करवाया जाए ताकि विद्यार्थियों में विषय की समझ में विषय के रुचि में बढ़ोतरी होगी । उन्होंने कहा कि विद्यालयों में लगे स्मार्ट बोड्र्स का भी प्रभावी उपयोग हो जिससे शिक्षण कार्य रोचक होगा वहीं विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा । उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को प्रयोगशालाओं का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए ।
विद्यार्थियों का नियमित मूल्यांकन जरूरी
कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं प्रधानाचार्ययों से कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए विद्यार्थियों का नियमित मूल्यांकन किया जाए । इसके लिए उन्होंने बेस लाइन, मिड लाइन और एंड लाइन मूल्यांकन करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि बच्चों के साप्ताहिक टेस्ट से मूल्यांकन कर शिक्षण करवायें वही बच्चों को नियमित होमवर्क देने व चेक करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनुसूईया, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुभाष ढाका, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज ढाका, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक घनश्याम गोयल सहित ब्लाक सीबीईओ व विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे ।