विद्यालय का किया अवलोकन, बच्चों से किया संवाद, कम्प्यूटर लैब को भी देखा
चूरू, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग माह के प्रथम गुरुवार को होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय जन सुनवाई में ग्राम पंचायत ढाढ़र पहुंचे तथा लोगों की समस्याएं सुनीं। ग्राम पंचायत के राजीव गांधी आईटी सेंटर पर हुई इस जन सुनवाई में तहसीलदार धीरज झाझड़िया, सहायक विकास अधिकारी सोहन लाल धायल समेत अधिकारीगण मौजूद रहे। जिला कलक्टर ने इस दौरान विभिन्न विभागों की ओर से संचालित सेवाओं, सुविधाओं और योजनाओं के संबंध में ग्रामीणों से फीडबैक लिया और ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर मौके पर ही उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि शासन-प्रशासन आमजन की समस्याओं की सुनवाई के लिए बेहद संवेदनशील है तथा आमजन की जन सुनवाई के लिए इस त्रि-स्तरीय जन सुनवाई व्यवस्था के अलावा अनेक प्लेटफॉर्म मुहैया कराए जा रहे हैं। जिला कलक्टर ने कहा कि सरकार की ओर से प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, ग्रामीण इन योजनाओं को लेकर जागरुक बनें और इनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद पात्र व्यक्तियों को सरकार की योजनाआेंं का समुचित लाभ मिलना चाहिए।
इस दौरान ग्रामीणों ने गौशाला के लिए श्मसान भूमि में से भूमि उपलब्ध कराने, हाईवे निर्माण के समय वंचित किसानों को मुआवजा दिलवाने एवं सार्वजनिक भूमि से अतिक्रमण हटाने संबंधी अनुरोध किया, जिस पर जिला कलक्टर ने नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिलाया। जिला कलक्टर ने कहा कि यदि किसी पात्र ग्रामीण को किसी योजना का लाभ किसी कारण से नहीं मिल पा रहा है, तो वे इस जन सुनवाई में अवश्य बताएं। पूर्व सरपंच चिमनाराम कारेल, बजरंग कस्वां, धीर सिंह, सुभाष खारड़िया आदि ने गांव में विभिन्न सुविधाओं एवं विभिन्न विभागों की सेवाओं के संबंध में फीडबैक दिया।
इस दौरान जिला कलक्टर ने ढाढ़र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का अवलोकन किया और बच्चों से संवाद कर उनकी पढाई-लिखाई की स्थिति जानी। साथ ही विद्यार्थियों से कहा कि वे अपनी पढाई-लिखाई पर ध्यान दें और जी लगाकर मेहनत करें। इस दौरान उन्होंने कम्प्यूटर लैब का भी निरीक्षण किया और बच्चों से कम्प्यूटर चलवाकर देखा। इस दौरान पीईईओ बेधड़क कुमार, गिरदावर घनश्याम इंदलिया, डिस्कॉम सहायक अभियंता, पटवारी रामपाल कारेल, सहायक अभियंता अशोक ढाका, कनिष्ठ अभियंता आनंद सिंह, सफी मोहम्मद गांधी, सूबेदार हरिश्चंद्र, ताराचंद कस्वां सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।