जल से ही सभी जीवो का पोषण होता है – खोजी द्वारा चार्य राम रिछपाल दास
अजीतगढ़, [विमल इंदौरिया] त्रिवेणी धाम के खोजी द्वारा चार्य रामरिछपाल दास जी महाराज ने संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर करके एवं भगवा ध्वज दिखाकर यात्रा को रवाना किया। बुधवार को त्रिवेणी धाम की श्री कृष्ण धर्मशाला में खोजी द्वारा चार्य राम रिछपाल दास जी महाराज के सानिध्य में सुजलाम संस्थान द्वारा श्रीमाधोपुर विधान सभा क्षेत्र में पेयजल एवं सिंचाई हेतु कुंभाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना लाने की मांग के लिए गांव गांव ढाणी ढाणी तक जाने वाली आठ दिवसीय जलयात्रा का वैदिक मंत्रोच्चार से शुभारंभ हुआ। महाराज श्री ने कहा कि जल से सृष्टि के सभी जीवो का पोषण होता है।सृष्टि का हित करने वाला प्रथम कर्तव्य जल व्यवस्था ही है।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के जयपुर प्रांत संयोजक अशोक कुमार ने कहा कि जल प्रकृति का अमूल्य उपहार है, इसे सहेज कर काम लेना चाहिए। अशोक कुमार आज सुजलाम संस्थान के संयोजक डॉ योगेश यादव के नेतृत्व में श्रीमाधोपुर जल यात्रा के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। यात्रा का शुभारंभ भगवा ध्वज दिखाकर किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांतीय प्रचार प्रमुख विवेकानंद जोशी ने जल यात्रा की संकल्पना को रखते हुए कहा कि यात्रा का उद्देश्य विरोध नहीं समाधान है। जोशी ने कहा कि यात्रा के दौरान गांव गांव में नहर के मुद्दे के साथ साथ जल संरक्षण की चर्चा भी होगी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ योगेश यादव दे कहा कि जल यात्रा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर एक जन आंदोलन है। यह जनता को समर्पित एक मिशन है। इसका उद्देश्य हर खेत को पानी पहुंचाना है। कार्यक्रम को डॉक्टर बी सी जाट, पूर्व प्रधान मक्खन लाल शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक राजेंद्र त्रिवेदी, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सह प्रांत संयोजक खेताराम कुमावत, डा. कविता यादव , सामाजिक कार्यकर्ता सुषमा ने संबोधित किया। यह जानकारी देते हुए यात्रा के अजीतगढ़ क्षेत्र के समन्वयक एवम प्रवक्ता दिनेश गोविंद शर्मा ने बताया कि आठ दिवसीय यात्रा विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों में गुजरेगी।रात्रि विश्राम अजमेरी में किया ।आज दाऊ धाम काला कोटा में रात्रि जल पंचायत होगी। त्रिवेणी की बंद पड़ी धारा पर क्षैत्र को जल से हरा भरा बनाने का संकल्प लेकर सैकड़ों जल एवं पर्यावरण प्रेमी जलयात्रा के लिए हाथो में तख्तियां लेकर जल संरक्षण का संदेश देते हुए रवाना हुए।