ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड ने कहा है कि ग्रामीण विकास के प्राप्त लक्ष्यों से भी ज्यादा एवं संजीदगी से काम करने वाली चूरू की घांघू ग्राम पंचायत भविष्य में देश के लिए ग्रामीण विकास की मॉडल ग्राम पंचायत साबित होगी। राठौड ने मंगलवार को घांघू से राणासर के बीच बनने वाली सड़क के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एक करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बनने वाली छः किलोमीटर की यह सड़क दोनों गांवों के परम्परागत सामाजिक एवं आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस सड़क से घांघू निवासी अब सीधे बिसाऊ होते हुए झुंझुनूं जिला मुख्यालय से पक्के सड़क मार्ग से जुड़ जाएंगे इससे रोजगार एवं विकास के नये अवसर पैदा होंगे। राठौड़ ने कहा कि घांघू ग्राम पंचायत मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में नामित एवं सम्मानित है तथा यहाँ हुए विकास कार्यों को देखने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञ एवं ग्रामीण विकास से जुड़े नीति-निर्माता आते है। घांघू के सरपंच जे.पी.शर्मा अपने विकास कार्यों के लिए देश भर में जाने जाते है तथा दो बाद प्रधानमंत्री से मिलने का सम्मान भी प्राप्त हो चुके है। राठौड़ ने कहा कि पिछले साढे चार साल में घांघू ग्राम पंचायत में करीब 24 करोड़ रुपये के विकास कार्य हुए है तथा इस साल के अंत तक हम इस आंकड़े को 31 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखे है जिससे इस क्षेत्र की कायापलट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए सरकार की तरफ से धन की कोई कमी नहीं आयेगी। राठौड़ ने चन्द्राराम गुरी द्वारा बनवाये जा घांघू ग्राम के विशाल प्रवेश द्वार की तारीफ करते हुए कहा कि यहां से प्रवेश करते है लगता है कि किसी राजधानी क्षेत्र में प्रवेश कर रहे है। इस अवसर पर सरपंच जयप्रकाश शर्मा ने कहा कि हमने गांव में प्रत्येक श्मशान घाट की चार दीवारी सहित उनमें विश्राम ग्रहों का निर्माण करवाया है, गांव में बिजली, पानी की 24 घण्टे सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। गांव के स्कूलों में कमरों का निर्माण, ड्रेनेज, अस्पताल, खुर्रा निर्माण करवाया गया है ताकि गांव में सभी सुविधाएं एकिकृत रूप से मिल सके। इस अवसर पर मंत्री ने भामाशाह मुमताज अली और पद्मसिंह राठौड़ का स्वागत करते हुए कहा कि इनसे समाजसेवियाें को सहायता के लिए आगे आने की प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में जिला प्रमुख हरलाल सहारण, विक्रमसिंह कोटवाद, डा. वासुदेव चावला एवं कई गणमान्य लोग तथा ग्रामीण उपस्थित थे।