श्री प्रभू के नाम का उच्चारण ही कलयुग में भवसागर से पार करने का सहारा है- कथाव्यास साध्वी सुनीता शर्मा
अजीतगढ़, [विमल इंदौरिया] अजीतगढ़ शहर के अंडेश्वरी मौहल्ले में स्थित शीतला माता मंदिर के पास मंगलवार पूर्वाह्न 11बजे त्रिवेणीधाम के खोजीद्वाराचार्य श्री राम रिछपाल दास जी महाराज के सानिध्य में सप्त दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ किया गया। कथा के प्रारंभ से पूर्व शहर के श्री नृसिंह बिहारी मंदिर से सैंकड़ों महिलाओं ने मुख्य मार्गो से भव्य एवं दिव्य जल कलश यात्रा निकाली जिसका जगह जगह पुष्प वर्षा से स्वागत हुआ।कथा के मुख्य यजमान पांचूराम भवरिया ने सपत्नीक व्यास पीठ का वैदिक मंत्रोच्चार से पूजा अर्चना की।प्रथम दिवस कथाव्यास साध्वी सुनीता शर्मा ने कहा कि श्री प्रभू के नाम का उच्चारण ही कलयुग में भवसागर से पार करने का एकमात्र सहारा है।भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतरण के पाप मिट जाते हैं।राजस्थान ब्राह्मण महासभा सीकर के जिला महामंत्री दिनेश गोविंद शर्मा ने प्रतिदिन पूर्वाह्न 11बजे से अपराह्न 3 बजे तक कथा श्रवण से मिलने वाले पुण्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कथा श्रवण के लिए श्रिया दे माता त्रिवेणी के महंत श्री प्रहलाद दास जी महाराज , साई मंदिर के महंत श्री सुरजदास जी महाराज,श्रीमाधोपुर के पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा,सैंकड़ों महिलाओं सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।