खांसी, बुखार व सांस लेने में दिक्कत और कोरोना संदिग्ध रोगी के संपर्क में रहे हो, तो करें मास्क का उपयोग
सीकर, किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। खांसी, बुखार व सांस लेने में दिक्कत और कोरोना संदिग्ध रोगी के संपर्क में रहने वाले लोगों को मास्क का उपयोग करना चाहिए। अनावश्यक मास्क पहनने से बचना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि स्वस्थ व किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं है तो ऎसे व्यक्ति को मास्क नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने मास्क पहनते समय जरूरी बातों का भी ध्यान रखने पर जोर दिया है। मास्क के गीला होने पर 6 घंटे में मास्क को बदलते रहे। अपनी नाक, मुंह और ठोडी के उपर मास्क लगाए और सुनिश्चित करें कि मास्क के दोनों और कोई गैप न हो, मास्क को ठीक से फिट करें। मास्क को उससे जुडी डोरिया से ही पहने और हटाएं और पहनने से के बाद उसको छूने से बचे। मास्क को हटाने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैण्ड रब से धोना चाहिए। मास्क को गर्दन पर लटकता हुआ न छोडे और एक बार उपयोग में किए मास्क का पुनः उपयोग नहीं करें।
उपयोग लिए हुए मास्क का निस्तारण करें- उपयोग में लिए हुए मास्क को नगर परिषद की गाड़ी के पीले रंग के डिब्बे में डाले। मास्क को 1 प्रतिशत सोडियम हाइपो क्लोराइड या 5 प्रतिशत ब्लीच सोल्युशन से विसंक्रमित करके सुरक्षित तरीके से जला दें या जमीन में गहरा दबाकर नष्ट करें।
ये सावधानियां अपनाए – विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जन साधारण के लिए कुछ हिदायतें जारी की गई है। नियमित रुप से हाथ धोएं, छींकते और खांसते समय नाक और मुंह रूमाल व किसी कपउे से ढकें, किसी व्यक्ति को खांसी या बुखार हो तो दूरी बनाए रखे, भीड भाड वाले स्थानों पर जाने से बचे। घर पर ही रहे। अफवाहों और इलाज के झूठे दावे करने वालों से बचे। बीमारी के लक्षण महसूस होते ही नजदीकी चिकित्सालय में इलाज व जांच के लिए सम्पर्क करें।