जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन के सुदृढ़ीकरण के लिए विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे के जन्म का पंजीकरण करवाना हर माता-पिता की जिम्मेदारी हैं। उन्होंने जन्म के पंजीकरण से प्राप्त होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी और कहां कि जन्म प्रमाण पत्रा से विद्यालय में प्रवेश मिलना जैसी और अनेक योजनाओं में सहायता मिलती हैं। वे बुधवार को सूचना केन्द्र में आयोजित कार्याशाला को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जन्म के साथ-साथ मनुष्य की मृत्यु के बाद उसका मृत्यु प्रमाण पत्रा भी बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों का पंजीकरण ग्रामीण क्षेत्रा में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एवं प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध हैं। साथ ही शहरी क्षेत्रा में नगर पालिका, नगर परिषद्, नगर निगम एवं मुख्यालय पर एवं जन सुविधार्थ राज्य के बड़े चिकित्सालयों में जन्म एवं मृत्यु के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध हैं। और उन्होंने कहा कि जन्म एवं मृत्यु पंजीयन के लिए आॅन लाईन वेब पोर्टल ‘‘पहचान‘‘ पर जन्म एवं मृत्यु के प्रमाण पत्रा जारी किए जाते हैं।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर मुन्नीराम बागड़िया, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपवन संरक्षक आर एन मीणा, अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानियां, सांख्यिकी विभाग के सहा. निदेशक बाबूलाल रैगर सहित जिला स्तरीय अधिकारी, सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी उपस्थित थे।