जिला एवं सेशन न्यायाधीश अशोक कुमार जैन ने कहा कि न्यायाधीश पत्रावलियो व कानून का गहन अध्ययन कर खुले दिमाग से न्यायिक कार्य करे। जैन सोमवार को यहां झुंझुनूं से छह न्यायिक अधिकारियो के स्थानान्तरण के अवसर पर उन्हे झुंझुनूं अभिभाषक संस्था द्वारा दिये गये विदाई समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे। उन्होने कहा कि स्थानान्तरण एक सतत प्रक्रिया है कई बार परिस्तिथियो के कारण स्थानान्तरण होते है तथा कई बार परिस्तिथियो के कारण स्वयं को भी स्थानान्तरण करवाना पड़ता है। उन्होने कहा कि ईष्या के चलते ही अशान्ति बनी रहती है। उन्होने कहा कि तनाव से दुर रहना चाहिये तथा ज्यादा से ज्यादा कार्य करना चाहिये । वे चाहते है कि विधिक सहायता से जुड़े एडवोकेट को प्रत्येक माह एक मामला आवश्यक रूप से मिलना चाहिये। समारोह को न्यायाधीश नेपाल ङ्क्षसह,सोहनलाल शर्मा सहित स्थानान्तरित होने वाले न्यायायिक अधिकारी क्रमश: रूपचन्द सुथार,श्रीमती सुमन सहारण,महावीर प्रसाद गुप्ता,मधु हिसारिया,मीना गहलोत व विनोद बागड़ी,एडवोकेट दलिप ङ्क्षसह करणावत, सतीश कुलहरि,बिरजू सिंह शेखावत,जहीर मोहम्मद ने भी सम्बोधित किया तथा अध्यक्ष सुरेन्द्र भाम्बू ने आभार व्यक्त किया। इस से पूर्व स्थानान्तरित होने वाले न्यायिक अधिकारियो का माल्यापर्ण कर सम्मान किया। संचालन महेशचन्द्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में वकील उपस्थित थे।