शहर, कस्बो, गांवों व ढाणियों में की जा रही है एंटीलार्वल गतिविधियां
सीकर, बदलते मौसम के मिजाज को देखते हुए चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों की रोकथाम में जुट गया है। विभाग की ओर से चलाए जा रहे मलेरिया क्रेश कार्यक्रम प्रथम चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शहरों, कस्बों, गांवों व ढाणियों में एंटीलार्वल गतिविधियां की जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। साथ ही घरों में रखे परिण्डे, गमले, पानी की टंकियां आदि की जांच कर आमजन को मच्छरों को नहीं पनपने देने के लिए की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ निर्मल सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से चलाए जा रहे मलेरिया क्रेश कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जा रही गतिविधियों की मानिटरिंग भी की जा रही है। जिला व ब्लाॅक स्तर से गतिविधियों की नियमित माॅनिटरिंग की जा रही है। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर घर जाकर किए जा रहे सर्वे के दौरान मिलने वाली इनपुट के आधार पर उनको आगामी गतिविधियों के निर्देश दिए जा रहे है।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ अशोक कुमार महरिया ने बताया कि बदलते मौसम को देखते हुए गली, मोहल्लों में एकत्रित गंदे पानी में मच्छर नहीं पनपे इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एमएलओ का घोल डाला रहा है। साथ ही घरों में रखे परिण्डे, गमले, कूलर, छत पर रखे पुराने टाॅयर आदि में पानी जमा नहीं होने देने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इनको साफ भी करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घर घर सर्वे के दौरान बुखार से पीडित पाए जाने वाले रोगियों की ब्लड स्लाइड भी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से घरों व मोहल्लों में सर्वे कर एन्टीलार्वल व एन्टीएडल्ट तथा सोर्स रिडक्शन गतिविधियां की जा रही है।