राजस्थान में अब जिलों की ‘हाफ सेंचुरी, 19 नए जिलों का नोटिफिकेशन हुआ जारी
बांसवाड़ा,सीकर और पाली तीन नए संभाग आए अस्तित्व में
गहलोत कैबिनेट की बैठक में लगी नए जिलों पर मुहर
जयपुर, [बाबूलाल सैनी ] राजस्थान में अब जिलों की ‘हाफ सेंचुरी’, राजस्थान में अब 33 से बढकर हुए 50 जिले, राजस्थान में 67 साल लगे 26 से 50 जिले बने, जयपुर और जोधपुर रहेगा जिले का मूल नाम, इन दोनों जिलों में ‘शहर’ शब्द नहीं जुड़ेगा।
राजस्थान में मार्च में बजट रिप्लाई में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में 19 जिलों और तीन नए संभागों की घोषणा तो कर दी थी. लेकिन उनके सीमांकन में आई दिक्कतों और नाम को लेकर उठ रहे विवादों के चलते अब तक जिलों का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ था. लेकिन आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट मीटिंग में राजस्थान के नए जिलों की मुहर लग गई है. जिस तरह से जयपुर और जोधपुर के नामों को लेकर विवाद चल रहा था, उन पर विराम लगाते हुए अब जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण 2 जिले बनेंगे. वहीं दूदू जिला भी बरकरार रखा गया है. इसी तरह से जोधपुर भी जोधपुर ग्रामीण और जोधपुर शहर के रूप में विभाजित होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिलों और संभागों को लेकर कैबिनेट मुहर भी लगा ली है।
19 नए जिले और तीन संभाग का गठन:
अब अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीडवाना, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूंबर, सांचौर और शाहपुरा को जिला बना दिया गया है. इसके साथ ही तीन संभाग बांसवाड़ा, पाली और सीकर पर भी कैबिनेट की मुहर लग गई है।
सबसे छोटा जिला बनेगा दूदू:
दूदू जिले को लेकर हुए विवाद के बाद जो क्षेत्र दूदू में शामिल नहीं होना चाहते थे. उन्हें जयपुर ग्रामीण में शामिल कर लिया गया है. लेकिन दूदू जिले को भी बरकरार रखा गया है. दूदू जिला अब राजस्थान का सबसे छोटा जिला होगा. जिसमें दूदू जिले की विधानसभा के क्षेत्र ही सम्मिलित किए गए हैं।
सीकर संभाग में 4 जिले होंगे शामिल
- नीमकाथाना
- झुंझनू
- सीकर
- चुरू