रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] बांग्लादेश में हुए तख्ता पटल के बाद अराजक कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं की निर्मम हत्या, हिंदू बहन-बेटियों के साथ ज्यादती, जबरन धर्मांतरण व मठ मंदिरों को नुकसान पहुंचा कर अल्पसंख्यक हिंदू समाज के बर्बरतापूर्ण दमन के खिलाफ मंगलवार को आक्रोश प्रकट किया गया। समग्र हिंदू समाज के लोग मंगलवार को श्रीतालवाले बालाजी मंदिर में एकत्रित हुए तथा वहां से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए उपखंड मुख्यालय पहुंचे तथा तहसीलदार गिरधारीसिंह के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नाम ज्ञापन दिया। रैली में शामिल लोगा हाथों में तिरंगा लिए हुए अपना आक्रोश प्रकट करते हुए बांग्लादेश में हिंदू बहन-बेटियों की इज्जत बचाने व हिंदुओं की रक्षा करने की मांग करते हुए नारेबाजी की तथा बांग्लादेशी कट्टरवाद के खिलाफ जमकर रोष प्रकट किया। भारत के समस्त सनातनियों ने बांग्लादेश के पीड़ित हिंदुओं के पक्ष में पूरी एकता के साथ डटकर खड़े रहने को कहा। इस दौरान उपस्थित लोगों ने बांग्लादेश में मारे गए हिंदुओं को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी तथा संपूर्ण विश्व के सनातन समाज की एकता के लिए सम्मति प्रदान करने हेतु सामुहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। दिए गए ज्ञापन में राष्ट्रपति से बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत सरकार से हस्तक्षेप कर बांग्लादेश में मनोनीत अंतरिम सरकार से कठोरता से बातचीत कर हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। साथ ही हिंदू समाज व हिंदू मठ मंदिरों को जो भी जान-माल की क्षति हुई है, उसका मुआवजा भी बांग्लादेश सरकार के द्वारा दिलवाए जाने की मांग की गई है। भविष्य में हिंदू समाज के साथ इस प्रकार का घिनौना खिलवाड़ ना हो, इसके बारे में भी वहां की सरकार पर अंतर्राष्ट्रीय दबाब बनाने की मांग की है।