झुंझुनूं में रातभर चली भजन संध्या, भक्तों ने ली ज्योत, देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे
झुंझुनूं,जिला मुख्यालय झुंझुनूं से केड शक्ति धाम में स्थापित किए गए लाम्बी माता मंदिर तक की पदयात्रा शुक्रवार को रवाना हुई। इससे पहले बीती रात को राणी सती मंदिर के समीप स्थित केडिया कॉम्पलेक्स में भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें जय दादी की महिला ग्रुप की महिला श्रद्धालुओं ने भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर देश के कोने—कोने से आए श्रद्धालुओं ने ज्योत ली और लाम्बी माता के दर्शन किए। अखिल भारतीय केडिया सभा ट्रस्ट की ओर से पहली बार झुंझुनूं से लाम्बी माता मंदिर केड तक यह निशान पदयात्रा आयोजित की जा रही है। जिसे लेकर प्रवासी श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। ट्रस्ट के सचिव व कोलकाता प्रवासी नवल केडिया ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ के रहने वाले संदीप छावसरिया ने दो-तीन महीने पहले अपनी पत्नी के साथ लाम्बी माता मंदिर तक पदयात्रा निकाली थी। जिससे प्रेरित होकर पूरे भारत वर्ष के केडिया बंधुओं ने अब यह सामूहिक निशान पदयात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है। जिसका पहला आयोजन इस बार किया जा रहा है। यह यात्रा झुंझुनूं से रवाना होकर उदावास, बड़ागांव, सीथल, खींवासर होते हुए 25 फरवरी की रात को केड शक्ति धाम पहुंचेंगी। जहां पर सभी श्रद्धालु निशान लाम्बी माता को अर्पित करेंगे। इस मौके पर मंदिर में भी कीर्तन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस निशान पदयात्रा में शामिल होने के लिए झुंझुनूं के अलावा कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, चैन्नई, हरियाणा, आसनसोल समेत अन्य जगहों से श्रद्धालु पहुंचे है। भजन संध्या में जय दादी की महिला मंडल की ममता जालान, स्वीटी केडिया, उमा जालान, सुनिता राणासरिया, ममता केडिया, सरला जालान तथा पूजा तुलस्यान आदि ने एक से बढकर एक दादी के भजनों की प्रस्तुतियां दी। वहीं फाल्गुन महीने के रंग बिखरते हुए धमाल भी गाई। इस मौके पर फूलों की होली भी श्रद्धालुओं ने खेली। इस मौके पर भाजपा नेता राजेंद्र भांबू, ट्रस्टी भगवतीप्रसाद केडिया कोलकाता, ट्रस्टी महावीर केडिया कोलकाता, सुभाष केडिया कोलकाता, प्रवीण केडिया कोलकाता, सतीश केडिया, कैलाश केडिया, नथुराम केडिया, इंद्र केडिया, शकुंतला केडिया, संतोष केडिया, ममता केडिया, मानस्वी केडिया, विवेक केडिया, दीपक केडिया, नीटू केडिया, सुरेंद्र केडिया, संजीव मोदी, विपुल छक्कड़ व राजेश केडिया समेत अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।