पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली के निर्देशानुसार राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय झुंझुनूं के तत्वांवधान में जे.के.मोदी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झुंझुनूं में आयोजित ग्रीष्मकालीन अभिरूचि कला कौशल प्रशिक्षण शिविर में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण सप्ताह के अन्तर्गत मिनी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। मैराथन को जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। सी.ओ. स्काउट महेश कालावत ने बताया कि मैराथन जे.के. मोदी स्कूल से रवाना होकर जे.पी.जानू स्कूल, साहवों का कुआं, पुराना बाजार, कारूण्डिया रोड़, मोरारका काॅलेज के सामने से होते हुए वापस विद्यालय में पहुँची जहाँ पर परिण्डा सजाओं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मिनी मैराथन को हरी झण्डी दिखाने से पूर्व जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने स्काउट गाइड संगठन की मुक्तकण्ठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि स्काउट गाइड द्वारा किये जा रहे पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रम जल स्वावलम्बन, परिण्डा, चुग्गापात्र, रैली, मैराथन, प्रतियोगिताएं, पर्यावरण संरक्षण सप्ताह आदि के माध्यम से किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण जनचेतना के कार्यक्रम तारिफ-ए-काबिल है। जिला कलक्टर ने ग्रीष्मावकाश का सद्ुपयोग कर रहे छात्र-छात्राओं को धन्यवाद दिया। सी.ओ. कालावत ने बताया कि इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन भारत में किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य बीट प्लास्टिक पोल्यूशन रखा गया है। जिसके माध्यम से पूरे विश्व में व भारत में संदेश दिया जायेगा कि नदी-नालों, तालाबों एवं समुद्रों से प्लास्टिक को हटाया जाए क्योंकि प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषण दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस अवसर पर अति. जिला शिक्षा अधिकारी (मा.शि.) रविन्द्र कृष्णियां व क्षेत्रीय वन अधिकारी मामचन्द ढाका प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की सभी को नसीहत दी एवं बचे हुए खाद्य पदार्थ पौलीथीन में नहीं फैंके जाने के लिए प्रेरित किया। प्रधानाचार्य सुनिता कृष्णियां ने मैराथन दौड़ व परिण्डा सजाओं प्रतियोगिता में विजेताओं की हौसला अफजाई की। सी.ओ. गाइड सुभिता गिल ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण सप्ताह के अन्तर्गत 4 जून को जे.के.मोदी. बालिका स्कूल में निबन्ध, भाषण, पोस्टर एवं पर्यावरण क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन प्रातः 8.00 बजें से किया जाएगा, प्रतियोगिताओं के प्रथम तीन विजेताओं को 5 जून को आयोजित मुख्य समारोह में वन विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा।