गुढ़ागौड़जी के सिंगनोर में विरोध सभा कर दी चेतावनी
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] प्रस्तावित नीमकाथाना जिला में उदयपुरवाटी व गुढागौड़जी तहसील शामिल के विरुद्ध आंदोलन की शुरुवात सिंगनोर ग्राम पंचायत से शुरु हुई। मरुसेना के प्रदेशाध्यक्ष जयन्त मूंड के नेतृत्व में सिंगनोर के मुख्य चौक पर विरोध सभा हुई। जिसमें ग्रामीणों ने एक आवाज में नीमकाथाना जिले के विरोध में आवाज बुलंद की है। इस दौरान राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई। मूंड ने बताया कि नए जिलों का गठन आमजन की सुविधा बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन हमें तो बहुत बड़ी दुविधा में डाल दिया। ग्राम पंचायत बड़ागांव से लेकर इंद्रपुरा तक के लोगों में इसको लेकर जन आक्रोश है। ग्राम मझाऊ, ढाणी मझाऊ, सिंगनोर, धमोरा, धोलाखेड़ा, रघुनाथपुरा सहित गांवों की नजदीकी गुढागौड़जी तहसील के साथ है। लेकिन भेदभावपूर्ण तरीके से हमें तहसील उदयपुरवाटी से जोड़ रखा है। जब नये जिले की बात आति है तो नया जिला की दूरी स्थलाकृति रुप से भिन्नताएं, भाषा, आवागमन, नाते-रिश्तेदारी सभी अलग हैं।
अब नए जिला नीमकाथाना के गठन के बाद तो हमारे हाल ज्यादा बदतर खराब हो जाएंगे। ग्रामीणों की सरकार से मांग है कि आमजनता की रायशुमारी, जनभावना को देखकर वोटिंग के अनुसार जिले का गठन होना चाहिए। यदि सरकार व स्थानीय नेता इस मामले को गंभीरता से नही लेंगे तो गांव-ढाणियों में जाकर आमजन साथ मिलकर बड़ा उग्र जनआंदोलन करेंगे। उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के गांवों के ग्रामीण इसके विरोध में सड़कें जाम कर देंगे। ऐसा आंदोलन करेंगे कि इतिहास रच जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। इस दौरान विरोध सभा में राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के तहसील अध्यक्ष गोरुराम कुल्हरी, निजी शिक्षण संस्थान के कोषाध्यक्ष जयसिंह कुमावत, युवानेता सुनील धींवा, सौरभ शर्मा, संदीप गिल, लीलाधर सैन, राहुल मूंड, राकेश कुमावत, अक्ष्य कुमावत, रोहिताश योगी, मूलचंद, नरेश, संतोष मूंड, राकेश योगी, विजय कुमावत, दीपक कुमावत, गिरधारी सैन, सवाई डूडी, रामचंद्र हलवाई, अनिल लामा, आनंद सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे।