चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत लगे कार्मिक मंगलवार से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। खासकर प्रबंधकीय कार्यालय मंगलवार को पूरी तरह सुने दिखाई दिए और अन्य केंद्रों पर भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। इस बीच राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन ने भी चेतावनी दी है कि यदि एनएचएम कार्मिकों की मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वे भी आंदोलन करेंगे। मंगलवार को एनएचएम संघ के जिला अध्यक्ष ललित जांगिड़ के नेतृत्व में जिला कलेक्टर रवि जैन को ज्ञापन दिया गया और कार्मिकों ने नारेबाजी कर रोष प्रकट किया। इससे पूर्व जिले के दौरे पर आई महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को सर्किट हाउस में नियमित करने का ज्ञापन सौंपा। कार्मिकों ने बताया कि सरकार वर्षों से शोषण कर रही है। यही नहीं मंगलवार से कार्मिक शांतिपूर्ण तरीके से सामूहिक अवकाश पर हैं लेकिन निदेशालय स्तर के अधिकारी कार्मिकों को डराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। ऐसे में कार्मिकों में रोष पैदा हो रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार ने मार्च 2012 में एनआरएचएम के संविदा पदों को नियमित करने की घोषणा की थी तथा वर्तमान सरकार ने भी एनएचएम में कार्यरत सभी सविंदा कार्मिको को नियमित करने एवं समस्या समाधान करने की बात अपने घोषणा पत्र में की, लेकिन अभी तक इस पर गंभीरता से गौर नहीं किया गया। राज्य सरकार के जन घोषणा पत्र में किए गए वादे अनुसार एनएचएम संविदा कार्मिकों को नियमित किया जाए।