झुंझुंनू, नीमकाथाना से हटाओ झुंझुंनू में मिलाओ संघर्ष समिति उतर पश्चिमी क्षेत्र तहसील खेतङी का प्रतिनिधिमंडल आज संघर्ष समिति अध्यक्ष कामरेड रामचंद्र कुलहरि व संघर्ष समिति संरक्षक बजरंग सिंह चारावास पूर्व प्रधान खेतङी के नेतृत्व में नवनियुक्त जिला कलेक्टर खुशाल सिंह यादव से मिलकर ज्ञापन दिया । ज्ञापन में मांग की गई कि तहसील खेतङी की उतर पश्चिमी क्षेत्र की सीमावर्ती ग्राम पंचायतों की झुंझुंनू मुख्यालय की दूरी से नीमकाथाना मुख्यालय की दूरी
लगभग दुगुनी है । एकमात्र ऐसा राजस्व ग्राम गोरधनपुरा की तहसील खेतङी है जबकि ग्राम पंचायत घरङाना खुर्द व पंचायत समिति सिंघाना है जो तहसील खेतङी में होने की वजह से नीमकाथाना में शामिल होगी जो सरासर अन्याय है । भौगोलिक दृष्टि से भी उक्त ग्राम पंचायतों को नीमकाथाना से अलग करने पर अरावली पर्वत श्रृंखला सीमा रेखा बन जाती है । नीमकाथाना क्षेत्र की भाषा व सांस्कृतिक पहचान हमारे क्षेत्र से मेल नहीं खाती जबकि झुंझुंनू से आत्मिक लगाव है । ज्ञापन देने वालों में संघर्ष समिति अध्यक्ष कामरेड रामचंद्र कुलहरि, संरक्षक पूर्व प्रधान बजरंग सिंह चारावास के अलावा संघर्ष समिति उपाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास,सचिव कामरेड रविंद्र पायल, रसुलपुर सरपंच राजेश कुमार जांगिङ, मानोता जाटान सरपंच बहादुर मल,कामरेड रोतास काजला,पूर्व सरपंच मानोता जाटान अमर सिंह झाझङिया,सुबेदार शीशराम काजला, सभाचंद मास्टर, कामरेड होशियार सिंह चाहर, गुलझारी खान, पूर्व जिला पार्षद राजकुमार ढाका, दुलीचंद,देशराज पंच व मांगेलाल मिस्त्री शामिल थे । ज्ञापन देने के बाद हुई बैठक में संघर्ष समिति की तरफ से 9 जून को मुख्यमंत्री को संघर्ष समिति संरक्षक पूर्व प्रधान बजरंग सिंह चारावास के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का निर्णय किया । गजट नोटिफिकेशन में उक्त राजस्व ग्रामों को नीमकाथाना से नहीं हटाने पर झुंझुंनू मुख्यालय के सामने अनिश्चितकालीन पङाव डालने का निर्णय किया ।