ताजा खबरसीकर

शेखावाटी विश्वविद्यालय ने अकादमिक उन्नयन के लिए किया देश के दो विश्वविद्यालयों के साथ समझौता

गुजरात और बिहार की ज्ञान संपदा और कौशल का मिलेगा शेखावाटी विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को लाभ

पचास से अधिक केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा सौ से अधिक शिक्षण संस्थान प्रमुख रहे उपस्थित

सीकर, अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम – 2024 के तीन दिवसीय आयोजन के अंतिम दिन शनिवार को लखनऊ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर के कुलपति प्रो. डॉ. अनिल कुमार राय ने विश्वविद्यालय के अकादमिक उन्नयन, शिक्षा, शोध और आउटरीच गतिविधियों के मद्देनज़र देश के दो अग्रणी विश्वविद्यालयों आत्मिया यूनिवर्सिटी राजकोट गुजरात और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार युनिवर्सिटी मुजफ्फरपुर बिहार के साथ समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन शिक्षा, शोध और सामाजिक विकास के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इस समझौते के तहत शेखावाटी विश्वविद्यालय अन्य दोनों विश्वविद्यालयों के साथ शिक्षा और शोध के क्षेत्र में संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय छात्रों और शिक्षकों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे और सामाजिक विकास के लिए संयुक्त पहल करेंगे।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. डॉ. राय ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे गुजरात और बिहार की ज्ञान संपदा और कौशल का लाभ शेखावाटी विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को मिलेगा। यह हमें शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने और सामाजिक विकास में योगदान करने में मदद करेगा।” आत्मिया यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ. शिव कुमार त्रिपाठी ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद करते हैं।”

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार युनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र राय ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हम दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह समझौता ज्ञापन शिक्षा और शोध के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने और सामाजिक विकास में योगदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।यह समझौता राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 में निहित उद्देश्यों की पूर्ति करने की दृष्टि से काफ़ी महत्वपूर्ण और कारगर हैं । इसके माध्यम से मूल्यपरक और कौशलयुक्त शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में ये विश्वविद्यालय एक दूसरे को सहयोग प्रदान करेंगे ।इस अवसर पर देश भर के लगभग पचास कुलपति तथा विभिन्न संस्थानों के सौ से अधिक निदेशक एवं संस्थान प्रमुख उपस्थित रहे ।

पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रहीम खान ने बताया कि एमओयू होने पर डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ रविंद्र कुमार कटेवा, वित्त नियंत्रक महेश चंद शर्मा, परीक्षा नियंत्रक अरिंदम वासु, सहायक कुलसचिव डॉ संजीव कुमार, उपनिदेशक पंकज सिंह मील, विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्‌यक्रमों के शिक्षकगण, सभी कर्मचारी और छात्रों ने खुशी जताई।

Related Articles

Back to top button