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मुख्य सचिव ने कोचिंग विद्यार्थियों को मानसिक सम्बलन एवं सुरक्षा देने के लिए ली विड़ियो कॉन्फ्रेंस

जारी दिशा—निर्देशों की पालना के संबंध में

सीकर, मुख्य सचिव उषा शर्मा ने गुरूवार को प्रदेश में संचालित कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत, निवासरत विद्यार्थियों को मानसिक सम्बलन एवं सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से गाइडलाइन्स 2023 की पालना के संबंध में समस्त जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों को विड़ियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिशा—निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि गाईड लाईन की पालना से कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को एक तनावमुक्त तथा सुरक्षित माहौल मिल सकेगा।
मुख्य सचिव शर्मा ने बताया कि गाइडलाइन्स में विद्यार्थियों पर प्रतिस्पर्धा एवं शैक्षणिक दबाव के कारण उत्पन्न हुए मानसिक तनाव एवं अवसाद के निराकरण के लिए मनोचिकित्सकीय सेवा प्रदान करना, प्रवेशित तथा छात्रावासों में निवास करने वाले विद्यार्थियों की पूर्ण सुरक्षा, विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने की व्यवस्थाएं, जिला प्रशासन स्तर पर पर्याप्त निगरानी तंत्र की स्थापना, कोचिंग छात्र-छात्राओं के लिए सुविधा केन्द्र, साफ-सफाई का बेहतर प्रबंधन, कोचिंग संस्थानों के स्तर पर अपेक्षित कार्यवाही, कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों के लिए आमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन, विद्यार्थियों की दिनचर्या में साइबर कैफे की सुविधा आदि दिशा-निर्देश शामिल किए गए हैं।

गाइडलाइन्स में कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को आईआईटी एवं मेडिकल संस्थानों की प्रवेश परीक्षाओं में उत्तीर्ण ना होने की स्थिति में उपलब्ध करिअर विकल्पों के बारे में बताया जाएगा। इसके अतिरिक्त संस्थान छोड़ने की स्थिति में ईजी एक्जिट पॉलिसी एवं फीस रिफण्ड का प्रावधान किया गया है। गाइडलाइन्स के तहत एक कम्पलेन्ट पोर्टल का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, नई गाइडलाइन्स में कोचिंग सेंटर के सभी कार्मिकों का पुलिस वेरिफिकेशन सुनिश्चित किया जाएगा। आवासीय कोचिंग संस्थानों में सभी प्रकार के मूवमेंट का डाटा संधारित करने का प्रावधान भी गाइडलाइन्स में शामिल है। कोचिंग संस्थानों द्वारा किसी भी प्रकार की मिथ्या प्रचार की रोकथाम की व्यवस्था गाइडलाइन्स में की गई है।

कोचिंग संस्थानों द्वारा गाइडलाइन्स का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इसमें उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, मेडिकल शिक्षा, गृह विभाग सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त गाइडलाइन्स के अंतर्गत प्रत्येक जिले में जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति का गठन किया गया है, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ अभिभावकों, कोचिंग संस्थानों, एनजीओ के प्रतिनिधि एवं मनोवैज्ञानिक तथा मॉटिवेशनल स्पीकर और जिले के अतिरिक्त जिला कलक्टर शामिल हैं।

इस दौरान जिला मुख्यालय से जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी, पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सीकर राकेश कुमार, उपखण्ड अधिकारी सीकर जय कौशिक, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक लालचंद नहलिया, माध्यमिक शीशराम कुल्हरी, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा, श्रीराम कॉमिर्शियल कॉलेज के निदेशक सुभाष मील, सीएलसी , प्रिंस एजुकेशन हब, अयाम कोचिंग, एलएन कोचिंग,गुरूकृपा कोचिंग सहित अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि विडियों कॉन्फ्रेंस से जुडे रहें।

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