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आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत के संकल्प में युवाओं की भूमिका अहम – राज्यपाल बोस

श्री जेजेटी युनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में पश्चिम बंगाल व झारखंड के राज्यपाल को दी डिलीट की मानद उपाघी

हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार को कम करने का लक्ष्य लेकर काम करेंः राज्यपाल झारखंड

झुंझुनूं, जगदीश प्रसाद झाबर मलटी बड़े वाला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मंगलवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डाॅ सीवी आनंद बोस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया में भारत के कद को बडा और सशक्त बनाने के लिए बदलाव व सुधार के जो प्रयास किए हैं, उनसे आज के युवा और शिक्षक को प्रेरणा लेनी चाहिए। आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में युवाओं की अहम भूमिका होगी, इसलिए शिक्षकों को हर युवा की आंतरिक क्षमता को पहचान कर उसका बेहतर इस्तेमाल करना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में बदलाव का सबसे मजबूत हथियार शिक्षा है और हमें मिलकर इस दिशा में काम करना है।

मंगलवार को झुंझुनूं स्थित श्री जगदीशप्रसाद झाबरमल टिबडेवाला विश्वविद्यालय (श्री जेजेटी युनिवर्सिटी) के 12वें दीक्षांत समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डाॅ सीवी आनंद बोस व झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए। अपने संबोधन में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डाॅ सीवी आनंद बोस ने कहा कि हम भारत नहीं हैं, बल्कि भारत हम सभी के अंदर है। एक नागरिक के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितना काम करते हैं, क्या एक शिक्षक, एक छात्र के नाते हम उतना काम नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक को छात्र के अंदर की ताकत को पहचानने व इसके सही दिशा में इस्तेमाल करने की जिम्मेदारी लेनी होगी, तभी एक युवा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सुधार लाएगा और यही बदलाव देश व समाज को आगे बढाने में कारगर साबित होगा।

झारखंड राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी शोधार्थियों, शैक्षणिक डिग्री प्राप्त कर रहे युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पडाव हर किसी के जीवन में महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पढाई में शत-प्रतिशत अंक हासिल करना नहीं है, बल्कि पढ लिख कर सोसायटी में अपना योगदान देना है। उन्होंने कहा कि आपने जो ज्ञान हासिल किया है, वह देश व समाज के काम आए, ऐसे प्रयास करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम एक साक्षात्कार में रिजेक्ट कर दिए गए थे। लेकिन उनकी मेहनत, लग्न का नतीजा है कि आज भारत इस मुकाम पर पहुंचा है। झारखंड राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने युवाओं से आह्वान किया कि वो सफल लोगों का आंखें बंद करके अनुसरण न करे। दुनिया बदल रही है, दिन बदल रहे हैं, माहौल बदल रहा है। इसलिए अपने निर्णय सोच-समझ कर ही लें। उन्होंने अपने अनुभव पर कहा कि देश ही नहीं दुनिया में एक जैसे ही लोग हैं। अलग-अलग देशों में रंग, भाषा, काम करने का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन अधिकतर लोगों की भावना में स्वार्थ है। उन्होंने कहा कि बहुत कम लोग हैं जो समाज के लिए योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार कैंसर की तरह फैल रहा है। आज के शिक्षक, युवाओं को चाहिए कि वह इस भ्रष्टाचार को कम करने के लिए काम करें। अगर वो ऐसा कर पाए तो यह बडी कामयाबी होगी। उन्होंने कहा कि हर देश की कोशिश होती है मौका आने पर दूसरे देशों पर हावी होने की। लेकिन भारत माता की दयालुता के कारण आज दुनिया में देश का डंका बज रहा है। कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल देश के 140 करोड आबादी को कोरोना रोधी टीका मिला, बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों को मुश्किल की घडी में फ्री में टीका उपलब्ध करवाया गया।

युनिवर्सिटी चेयरपर्सन डाॅ विनोद टिबडेवाला व प्रेजीडेंट डाॅ देवेन्द्र सिंह ढुल ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डाॅ सीवी आनंद बोस व झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को डी लिट की मानद उपाधि से नवाजा। यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन डॉ विनोद टिबड़ेवाला ने कहा कि यूनिवर्सिटी का मुख्य लक्ष्य शिक्षा व खेल क्षेत्र में युवाओं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना है, ताकि आने वाले समय में युवा नौकरी लेने नहीं, नौकरी देने वाले बनें। इससे पूर्व यूनिवर्सिटी प्रेजीडेंट डॉ देवेन्द्र सिंह ढुल ने दीक्षांत समारोह शुरू होने की घोषणा की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि अनुसन्धान के बाद अब यूनिवर्सिटी खेलों में तेजी से नई ऊंचाइयां छू रही है। आने वाले समय मे युवाओं को हर क्षेत्र में बेहतर मौके उपलब्ध करवाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल व झारखंड के राज्यपाल द्वारा विभिन्न विषय में स्नातक, स्नातकोत्तर व पीचडी उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर मुंबई से आए श्री राजस्थानी सेवा संघ ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं उपाध्यक्ष बाबूलाल ढ़डारिया हनुमान प्रसाद बगड़िया डॉ.दीनानाथ केडिया महावीर प्रसाद गुप्ता दीनदयाल मुरारका निकुंज केडिया प्रेमलता टिबडेवाला सुशीला देवी ढंडारिया पदमा गुप्ता उमा मुरारका डॉ. निकुंज केडिया डॉ. एस .के यादव सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोग वह विश्वविद्यालय स्टाफ मौजूद था कार्यक्रम का संचालन डॉ.राम दर्शन फौगाट ने किया

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