स्थानीय पुलिस थानेे में चोरी के मामले में पूछताछ के लिए लाये गये एक युवक की संदीग्ध अवस्था में बुधवार सांय मौत हो जाने पर आक्रोशित भीड़ ने किया थाने पर प्रदर्शन किया। करीब 10 घंटे की समझाईस के बाद परिजन शव लेने को राजी हुए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार सायं पुलिस थाने के बाथरूम में फांसी लगाने की घटना की सूचना होने के पश्चात स्थानीय विधायक अभिनेश महर्षि, नगरपालिका अध्यक्ष इन्द्रकुमार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, रमेशचन्द्र इन्दौरिया, रमेश कुमावत, विकास रिणवां, सुरेन्द्र हुड्डा, पप्पु कादिया, राधेश्याम बबेरवाल, अरविन्द चाकलान, गुरूदत्त खटोड़ सहित चूरू एसपी यादराम फांसला सहित पुलिस आला अधिकारी व पुलिसकर्मी जमा रहें। पुलिस थानेे में आक्रोशित भीड़ ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए थानाधिकारी के कक्ष में भी घूसकर पुलिस प्रशासन को खरी खरी सुनाई। वहीं मृतक के ताऊ प्रेमकुमार ने सवाल किया कि मेरे भतीजे दिनेशकुमार को चार दिन पूर्व पुलिस पूछताछ करने की बात को लेकर झुंझुनूं से लेकर आयी थी। लेकिन नियमानुसार 24 घंटे बाद पुलिस को पकड़े गये युवक को कोर्ट में पेश करना चाहिए था लेकिन पुलिस ने अपनी हठधर्मिता के चलते कोर्ट में पेश न करके मेरे भतीजे के साथ लगातार मारपीट कर मार कर फांसी पर लटका दिया। थानाधिकारी के कक्ष में सतनामसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजानगढ़, रामरतन अतिरिक्त जिला कलेक्टर, कार्यवाहक पुलिस उपाध्यक्ष रणवीरसिंह मीणा सहित के अधिकारियों ने आक्रोशित भीड़ से समझाईस कर कक्ष से बाहर निकाला। इसी बीच लगातार प्रशासन की उच्च अधिकारियों से वार्ता जारी रही एवं समाज के व्यक्तियों तथा विभिन्न राजनैतिक पार्टी के लोगों से भी अलग-अलग कक्षों में चर्चा की गई। विधायक अभिनेश महर्षि ने इस अवसर पर कहा कि मैं मृतक के परिजन की ओर से आपसे निवेदन करता हूं कि दोषी पुलिसकर्मीयों पर तुरंत कार्यवाही की जाये। मृतक के परिजन के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाये व उचित मुआवजा दिया जाये तथा पूर्व थानाधिकारी राणीदान उज्ज्वल के खिलाफ भी कार्यवाही हो। जिसकी सहमति में मृतक के पिता भगवतीप्रसाद व ताऊ प्रेमकुमार सहित सभी परिजनों ने एक राय होकर उक्त मांग दोहराई। करीब 10 घंटे तक प्रशासन पुलिस के उच्च अधिकारी, मृतक के परिजन व समाज के मौजिज लोगों तथा जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता के कई दोरों के बाद पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिजनों की मांगे मानी तब जाकर मामले की जांंच कर रहे सुजानगढ़ के एसीजेएम के समक्ष पुरे घटनाक्रम की (जहां मृतक का शव लटका हुआ था) विडियोग्राफी व बारिकी की जांच के बाद शव को फंदे से उतार कर राजकीय चिकित्सालय में स्थित मोर्चरी में रखवाया गया। वहीं पुलिस ने ऐतिहायत के तौर पर सुजानगढ़, सरदारशहर, चूरू, छापर आदि सहित आस पास के थानों के इंचाजों को मय स्टाफ बुला लिया।
शव का किया पोस्टमार्टम मृतक दिनेश का गुरूवार प्रात: 10 बजे बाद जिला मुख्यालय के विशेषज्ञ चिकित्सक की टीम ने मजिस्टे्रट की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को शव सौंपा। अस्पताल परिसर में पुलिस के आला अधिकारियों सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनामसिंह, उपखण्ड अधिकारी संजू पारीक, तहसीलदार मुकुनसिंह, कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक रणवीरसिंह सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे। वहीं मृतक का श्मशान ग्रह में वैदिक रश्म के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शव यात्रा में परिजनों सहित समाज के व कई गणमान्यजन व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
मृतक के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस सूत्रों के अनुसार गत एक फरवरी को कस्बे के वार्ड संख्या 18 के चिरागदीन पुत्र उमरदीन दारूगरिया ने हाजिर थाना होकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 26 जनवरी की रात्रि को मेरे बाड़े में से कोई अज्ञात लोग बाड़े में बंदी मेरी 17 बकरियां चुरा कर ले गया। पुलिस ने मुश्तगिश की रिपोर्ट पर अज्ञात चोरों के खिलाफ भा.द.स. की धारा 448, 379 के तहत 44/19 पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच हैंडकांस्टेबल दशरथ मीणा को सुपुर्द की। दौराने अनुसंधान शक के आधार पर जांच अधिकारी ने मृतक सहित दो तीन अन्य युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा।
चार पुलिसकर्मी निलंबित – पुलिस अभिरक्षा में विचारधीन मुल्जिम की मृत्यु होने पर न्यायिक जांच प्रस्तावित होने के कारण जिला पुलिस अधिक्षक यादराम फांंसला ने एक आदेश जारी कर राजस्थान शिविर सेवाएं (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1958 के नियम 13 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए दशरथसिंह हैंडकांस्टेबल, लेखराम कानि., विरेन्द्रकुुमार कानि. एवं बीरबलराम कानि. को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी किए।
26 पुलिसकर्मियों का चूरू लाईन में स्थानान्तरण -रतनगढ़ पुलिस थाने में पृथ्वीराज, गोपालसिंह, अन्नाराम, जगदीशप्रसाद, सुशीलकुमार, आबिदअली, राजेन्द्रसिंह, हरफुलसिंह, रामनिवास, अनिलकुमार, अजीतपालसिंह, इन्द्रा, प्रमोदकुमार मेव, सुरेशकुमार, महेन्द्रसिंह, सरोज जाट, आशाकंवर, मीनाक्षी, संदीपकुमार, राकेशकुमार, सुरेन्द्रकुमार, हंसराज, मानवीरसिंह, जयवीर, नरेशकुमार व विजयसिंह को जिला पुलिस अधीक्षक यादराम फांसला ने रतनगढ़ पुलिस अभिरक्षा में विचाराधिन मुल्जिम की मृत्यु होने पर महानिर्देशक पुलिस राजस्थान जयपुर के परिपथ संख्या 3450 दिनांक 10 जून 2010 के निर्देशानुसार चूरू पुलिस लाईन में स्थानान्तरण किया।