आरोपी ने जमीनी विवाद में चल रही रंजिश के कारण दिया वारदात को अंजाम
आरोपी ने शातिर दिमाग से हत्या की प्लानिंग कर अपने ही ट्रेलर से अपने ही परिवार के ओमप्रकाश व अंजू कुमारी को पीछे से टक्कर मार कर हत्या की
पुलिस ने वारदात के चौथे दिन ही हत्या की घटना का किया खुलासा
अजीतगढ़, [विमल इंदौरिया] कस्बे में अपराधियों की धड़पकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक सीकर कुंवर राष्ट्रदीप के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमकाथाना रतनलाल भार्गव व वृताधिकारी वृत नीमकाथाना गिरधारी लाल शर्मा के सुपरविजन में अजीतगढ़ थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ के नेतृत्व में हिम्मत सिंह पुलिस निरीक्षक पुलिस थाना रींगस, सहायक उपनिरीक्षक शिवराज सिंह , सवाई सिंह हैड कांस्टेबल, सुरेश चंद कांस्टेबल, जितेन्द्र कांस्टेबल, महेंद्र कांस्टेबल पुलिस थाना अजीतगढ़ की गठित टीम द्वारा मु.न. 178/2022 धारा 307, 302 भादस में दर्ज प्रकरण में प्रार्थी ओमप्रकाश पुत्र जगदीश प्रसाद जाट निवासी आसपुरा पुलिस थाना अजीतगढ़ व प्रार्थी की बहिन अंजू कुमारी को ट्रेलर से जान से मारने की नीयत से जानबूझकर उनकी मोटरसाईकल न. आरजे 23 एसएच 5129 को टक्कर मारकर प्रार्थी की बहिन अंजू कुमारी की हत्या करने का आरोपी रामजीलाल उर्फ नानूराम पुत्र गोविंदराम निवासी धौलाकुआं तन गढ़तकनेत पुलिस थाना अजीतगढ़ जिला सीकर हाल रोड न. 6 शेखावाटी नगर मुरलीपुरा ,जयपुर जिला जयपुर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी से गहनता से अनुसंधान जारी है।
थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया कि दिनांक 12-06-2022 को प्रार्थी ओमप्रकाश पुत्र जगदीश प्रसाद जाट निवासी आसपुरा पुलिस थाना अजीतगढ़ जिला सीकर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि आरोपी रामजीलाल द्वारा प्रार्थी की मोटरसाईकल न. आरजे 23 एसएच 5129 को स्वयं के ट्रोला 0223 से जानबूझकर जान से मारने की नियत से टक्कर मारी जिसमे प्रार्थी को चोटे आई तथा प्रार्थी की बहिन को गंभीर चोटे आई जिससे प्रार्थी की बहन कोमा में है आदि रिपोर्ट पर अभियोग संख्या 178/2022 धारा 307 भादस में दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। दौराने इलाज मजरुबा अंजू कुमारी की मृत्यु हो गई। जिस बाद अनुसंधान धारा 302 जोड़ी गई। अनुसंधान में तकनीकि साक्ष्य, एफएसएल रिपोर्ट, मौखिक साक्ष्य से सामने आया की उक्त प्रकरण का आरोपी रामजीलाल उर्फ नानूराम का परिवादी पक्ष ओमप्रकाश व मृतका अंजू कुमारी के परिवार का आपसी जमीनी विवाद चल रहा था। जिस मुल्जिम ने परिवादी पक्ष के विरुद्ध थाना अजीतगढ़ पर पूर्व में दो अभियोग पंजीबद्ध करवाये व परिवादी पक्ष ने भी मुल्जिम रामजीलाल के विरुद्ध थाने में कई शिकायतें दर्ज करवाई।जिसके कारण दोनों पक्षों में धीरे धीरे रंजिश बढ़ गई व रामजीलाल वर्तमान में जयपुर में रहता है जो गांव धौलाकुआ गढ़तकनेत आता रहता है। जिस पर दोनों पक्षों में रंजिशवश लड़ाई झगड़ा चलता रहता है। आरोपी रामजीलाल से पूछताछ की गई तो बताया कि मेरी पत्नी का स्वर्गवास हो चुका है और मैं 35 साल से ट्रोला चला रहा हूं। मैं ओमप्रकाश और अंजू कुमारी के परिवार से दुःखी था।मेरे विरुद्ध अंजू कुमारी व ओमप्रकाश ने झुठी शिकायत की है। उसी समय मैंने ठान लिया था कि जब मौका मिलेगा तब इनको खत्म कर दूंगा। इस बात को लेकर ही रामजीलाल ने एक प्लानिंग बनाई कि ट्रेलर से घटना को अंजाम देकर हत्या कर दूंगा ताकि यह घटना एक एक्सीडेंट के रूप में सामने आयेगी तथा मैं ज्यादा से ज्यादा एक्सीडेंट की सजा भुगत लूंगा। आरोपी रामजीलाल ने शातिर अंदाज में गांव से परिवादी से पहले रवाना होकर टोल के आस पास ध्यान रखा और ज्यो हीं परिवादी ने अपनी बहन अंजू के साथ टोल क्रॉस किया तब पीछा कर वारदात को अंजाम दिया।प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज होते ही घटना व पूर्व के विवादों के सम्बंध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त की व टोल टैक्स व घटना स्थल पर बारिकी से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर विश्लेषण किया व ट्रेलर व क्षतिग्रस्त मोटरसाईकल का बारीकी से निरीक्षण किया गया व दोनों वाहनो की एफएसएल करवाई गई तो बहुत से ऐसे तथ्य सामने आये जिनसे ये साबित हुआ कि मुलजिम रामजीलाल उर्फ नानूराम ने आपसी रंजिश को लेकर एक सुनियोजित तरीके से हत्या को एक्सीडेंट का रूप दिया।इस सम्बंध में टीम द्वारा बड़ी मेहनत कर साक्ष्य संकलित कर पत्रावली में लिये जाकर उक्त मुल्जिम को गिरफ्तार किया गया।