चूरू, [सुभाष प्रजापत ] भारत मौसम विभाग के 150 वें स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित मौसम विभाग कार्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान मौसम विभाग की गतिविधियों को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।मौसम विभाग के प्रभारी अधिकारी रविंद्र सिहाग ने मौसम विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों और विभिन्न कार्यों में उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की गतिविधियों ने प्रत्येक क्षेत्र के उन्नयन में मुख्य भूमिका निभाई है। हमारे दिन की शुरूआत से लेकर रात्रि तक और रात्रि से सवेरे तक अनवरत मौसम विभाग के फोरकास्ट पर सभी की नजर रहती है। यह प्रत्येक व्यक्ति की दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा संकलित की जाने वाली जानकारी व मौसम फोरकास्ट धुंध, मानसून, विमानन, अंतरिक्ष, साइक्लोन की स्थिति, बाढ़ व आपदा प्रबंधन, पर्यटन, कृषि, शिपिंग, ट्रांसपोर्ट, तीर्थ यात्राओं, पर्वतारोहण, ऊर्जा व रक्षा क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में बहुत उपयोगी है।
सेवानिवृत्त प्रभारी अधिकारी हुकुमचंद ने अनुभवों को साझा किया तथा भूतपूर्व मौसम वैज्ञानिक एन के वर्मा ने विभाग की उपलब्धियों व प्रयोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खंडवा के कृषि विज्ञान के विद्यार्थियों ने केंद्र में स्थित पवन सूचक गुब्बारा वेधशाला का भ्रमण व अवलोकन किया तथा केंद्र के कार्य प्रणाली व कृषि मौसम विज्ञान के संबंधित विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी ली। प्रभारी अधिकारी रविन्द्र सिहाग ने सतह परीक्षण व उपरी पवन की दिशा, वायुमंडलीय दाब सहित विभिन्न प्रयोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में एसीटीओ ओम प्रकाश सरावग, ओम प्रकाश तंवर, हरिसिंह, सहायक निदेशक जनसम्पर्क कुमार अजय, बिरजूसिंह, खंडवा संस्था प्रधान कुलदीप सिंह राठौड़, सेवानिवृत्त एमटीएस भागीरथमल रैगर सहित अन्य उपस्थित रहे।