चूरू में मिलावटी देशी घी बनाने की फैक्ट्री दी थी सूचना
चूरू, मिलावटखोरों के खिलाफ सूचना देने वाले मुखबिर को शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा ने प्रोत्साहन राशि की प्रथम किश्त नगद 25 हजार रूपये देकर सम्मानित किया गया। सीएमएचओ डॉ.शर्मा ने बताया कि मुखबिर योजना में 51 हजार की राशि राज्य सरकार के आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण जयपुर की ओर से दी जाती है। शुक्रवार को मुखबिर को 25 हजार रूपये की प्रथम की राशि दी गई है। मुखबिर को 26 हजार रूपये की द्वितीय किश्त जल्द दी जायेगी। सीएमएचओ ने बताया कि जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशन में चलाये जा रहे शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत मुखबिर के द्वारा चूरू शहर में नकली देशी घी तैयार करने की सूचना दी गई थी। सूचना पर खाद्य सुरक्षा टीम ने मौके से नकली देशी घी के चार नमूने लिये। चारों नमूने जयपुर में प्रयोगशाला में जांच के बाद अनसेफ, अमानक पाये गये। आरोपी के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया।
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि मुखबिर योजना के तहत मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वाले या विक्रय करने वालें के संबंध मे सूचना देने वाले व्यक्ति को 51 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मुखबिर योजना में कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत स्थान पर मिलावटी खाद्य पदार्थ के निर्माण या विक्रय की सूचना टोल फ्री नंबर 181 पर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी को लिखित, ईमेल, एसएमएस, व्हाट्सएप सहित विभिन्न माध्यमों से दे सकता है। मुखबिर द्वारा दी गई सूचना का परीक्षण करने के बाद प्रथम दृष्ट्या सूचना सही पाये जाने पर मुखबिर को निर्धारित फार्म में सूचना देने के लिए कहा जाएगा, जिसमें व्यक्ति एवं फर्म का नाम अवश्य होना चाहिए। उन्होंने बताया कि मुखबिर की पहचान गोपनीय रखने के उद्देश्य से उसे इसी यूनिक कोड से पहचाना जाएगा तथा सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है।