चील रूप म में मां करणी का स्वरूप ‘सांवली के दर्शन से करणी भक्तों का उत्साह हुआ दुगना
बीकानेर/चूरू, [सुभाष प्रजापत ] मां करणी के 637 जन्मोत्सव पर गुरुवार को नवरात्र की सप्तमी पर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा करणीमाता मन्दिर से शुरू होकर कस्बे के पुलिस थाना, नगरपालिका, जैन जवाहर मंडल मुख्य मार्गो से होते हुए गाजे-बाजे व जयकारों के साथ तेमड़ाराय मन्दिर पहुंची। यात्रा मार्ग में जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्पवर्षा, गुलाबजल व गुलाल से स्वागत किया गया। शोभायात्रा में श्रद्धालु करणी माता के भजन गाते चल रहे थे। इसमें देश-प्रदेश से आए हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए करणी माता के जन्मोत्सव पर निकाली शोभायात्रा मां करणी के गगनभेदी जयकारों से करणीधाम देशनोक करणीमय हो गया। शोभायात्रा की झांकी के ऊपर चील रूप मां करणी का स्वरूप ‘सांवली के दर्शन से करणी भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। शोभायात्रा में सांवली के दर्शन अति शुभ माने जाते है। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से पुलिस जाप्ता तैनात किया गया।
करणी माता को मेंहाई भी कहा जाता है। चारण जाति में पैदा हुई एक हिन्दू योद्धाओं की पूज्य देवी है। इन्हे श्री करणीजी महाराज के रूप में भी जाना जाता है, उन्हें उनके अनुयायियों द्वारा देवी हिंगलाज के अवतार के रूप में पूजा जाता है। करणी माता का मंदिर, जिसे चूहों का मंदिर भी कहा जाता है। निजमंदिर जिसमें मूर्ति (तीन महीने में जैसलमेर के खूबसूरत पीले संगमरमर पर बन्ना खाटी नाम के सुथार द्वारा बनाई हुई है) स्थापित की गई है, इसका निर्माण स्वयं करणी ने किया था, यह जाल वृक्ष की छत के साथ एक संरचना है। शेखावाटी लाइव के लिए सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट